Meerut News: मेरठ में बिजली विभाग के खिलाफ अनोखा प्रदर्शन चर्चा का विषय बना हुआ है. बारिश के बीच जहां लोग भीगते हुए नारेबाजी कर रहे थे, वहीं दूसरी तरफ उन्होंने बिजली विभाग के अफसरों को भी बारिश में ही धरने पर बैठा लिया. अफसर मन्नत कर रहे थे कि समस्या का समाधान कर देंगे धरना खत्म कर दो. लेकिन गुस्साएं लोग उठने को तैयार नहीं थे और बड़े अफसरों को बुलाने की मांग कर रहे थे.
प्रदर्शनकारी नारेबाजी करते हुए ऊर्जा भवन के भीतर घुस गए और हंगामा किया. इसके बाद पुलिस ने उन्हें समझा बुझाकर बाहर कर दिया. तभी पार्षद रेखा सिंह लोगों के साथ बाहर ही बैठ गईं. इसी बीच तेज बारिश होने लगी. जिसके बाद उन्होंने महिलाओं को धरने से हटा दिया और फिर पूर्व पार्षद नीरज ठाकुर पुरुषों के साथ बारिश में ही बैठ गए.
अधिकारियों को भी धरने पर बिठाया
इस बीच जब एसडीओ आरए कुशवाह और जेई गौतम कुमार उन्हें समझाने पहुंचे तो भी वो नहीं माने और बारिश में ही एसडीओ और जेई भी पब्लिक के साथ जमीन पर बारिश में बैठ गए. दोनों अधिकारियों ने धरना दे रहे लोगों को खूब समझाया, लेकिन लोग पीवीवीएनएल एमडी ईशा दुहन को बुलाने की मांग पर अड़े रहे. जब एसडीओ आरए कुशवाह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि कोई नहीं बारिश है, लेकिन हमारी जिम्मेदारी है जनता की समस्याओं का समाधान करना, अब ठीक है पब्लिक के साथ ही बारिश में बैठे हैं.
पूरा मामला मेरठ के वार्ड 60 फूलबाग कॉलोनी से जुड़ा है. यहां जर्जर बिजली के खंभे और घरों के नजदीक से गुजरते तार बड़े हादसे की वजह बन सकते हैं. वार्ड-60 से बीजेपी पार्षद रेखा सिंह ने बिजली विभाग के अधिकारियों से खूब गुहार लगाई, लेकिन न तो जर्जर खंभे हटे और न मकान के पास से गुजरते तार. पार्षद रेखा सिंह का आरोप है कि जब एक्सईएन और एसडीओ ने कह दिया कि ये काम हमारे हाथ में नहीं है, तो बस फिर क्या था पार्षद वार्ड की जनता को लेकर ऊर्जा भवन पहुंच गई.
बिजली विभाग को दिया अल्टीमेटम
पार्षद ने जर्जर खंभों को बदलने और घरों के नजदीक से जा रही बिजली लाइनों को हटवाने और थोड़े से बिल पर ही बिजली कनेक्शन काटे जाने पर नाराजगी जताई. उन्होंने बिजली विभाग के अफसरों को 24 घंटे का अल्टीमेटम देते हुए कहा कि अगर अफसर नहीं जागे तो फिर वो ऊर्जा भवन के सामने भूख हड़ताल करके बैठ जाएंगी. उन्होंने कहा कि अगर इसकी वजह से कोई हादसा हुआ तो कौन ज़िम्मेदार होगा?
ऊर्जा भवन पर धरना देने वाले नाराज लोग पीवीवीएनएल एमडी ईशा दुहन को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़े थे, लेकिन एमडी नहीं पहुंची. पूर्व पार्षद नीरज ठाकुर ने कहा कि कुछ अधिकारी सपा सरकार की आज भी मानसिकता रखते हैं और हमारी सरकार को बदनाम करना चाहते हैं, ऐसा नहीं चलने देंगे। आखिरकार टेक्निकल डायरेक्टर एन.के.मिश्रा और एसीएम सिविल लाइन पहुंचे और आश्वासन दिया कि जल्द ही समस्या का समाधान कर लिया जाएगा, इसके बाद पीवीवीएनएल एमडी ईशा दुहन से भी उनकी मुलाकात कराई गई तब जाकर धरना खत्म हुआ.
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