Uttar Pradesh News: मेरठ (Meerut) के चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय (Chaudhary Charan Singh University) में दो दक्षिण कोरियाई छात्राओं से कथित अभद्रता के मामले में पुलिस (Meerut Police) ने सोमवार को अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रोहित सिंह सजवाण ने प्राथमिकी दर्ज किए जाने की पुष्टि करते हुए बताया कि पुलिस ने उन अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है जिन्होंने वीडियो बनाकर उसे सोशल मीडिया मंच के विभिन्न समूहों में साझा किया और यह प्रचारित किया कि वे छात्राएं ईसाई धर्म का प्रचार कर रही हैं. एसएसपी ने बताया कि आरोपियों की शिनाख्त कर जल्दी उनकी गिरफ्तारी की जाएगी.


मेरठ के एसएसपी ने बताया कि, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में 3 विदेशी महिलाएं घूमने आईं थीं. वह हिंदी जानती थीं और उनकी बातचीत किसी ने रिकॉर्ड की और इस तरह से प्रचारित किया कि वह धर्म-विशेष के बारे में बोल रही हैं. यह दुष्प्रचार के लिए किया गया था. अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है.






क्या है पूरा मामला
गौरतलब है कि शनिवार को पर्यटन वीजा पर दो दक्षिण कोरियाई छात्राएं मेरठ घूमने आई थीं. इस दौरान वे मेरठ के चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय भी आयी थीं. विश्वविद्यालय परिसर में विदेशी युवतियों को देख कुछ स्थानीय छात्रों ने पहले उनके धर्म के बारे में पूछा. इसके बाद धर्म परिवर्तन का आरोप लगाकर उनके साथ कथित अभद्रता करते हुए 'जय श्री राम' के नारे लगाए. पुलिस क्षेत्राधिकारी अरविंद चौरसिया का कहना है कि कोरियाई युवतियों पर लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं. उन्होंने बताया कि युवतियों से पूछताछ के बाद उन्हें वापस भेज दिया गया है.


UP Politics: स्वामी प्रसाद मौर्य सपा में चाहते थे ये बड़ा पद, अखिलेश यादव ने नहीं मानी बात, तो फिर...