दबंगों ने ढ़हाया आशियाना तो युवक की हार्ट अटैक से मौत, शव लेकर डीएम ऑफिस पहुंच गए परिजन
Meerut News: मेरठ कलेक्ट्रेट के बाहर पहुंचे परिजनों ने जमकर हंगामा किया, आरोप लगाया कि ग्राम प्रधान और दबंगों ने हमारा घर ढहा दिया है, कोई नहीं सुन रहा है, अधिकारियों ने सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया.
UP News: मेरठ में दबंगों का एक बार फिर कहर देखने को मिला. दबंगों ने ग्राम प्रधान के साथ मिलकर युवक का घर ढ़हा दिया और जब युवक मौके पर पहुंचा अपने आशियाने को जमीदोंज देखा तो उसकी हार्ट अटैक से मौत हो गई. परिवार के लोग और ग्रामीण लाश को लेकर डीएम ऑफिस पहुंच गए और ऑफिस के बाहर लाश रखकर धरना देकर बैठ गए. इससे पुलिस प्रशासन के हाथ पांव फूल गए.
यह मामला मेरठ के रोहटा थाना इलाके के बाडम गांव का है. यहां रहने वाले राहुल गिरी अपनी रिश्तेदारी में गए हुए थे. आरोप है कि ग्राम प्रधान ने दबंगों के साथ मिलकर राहुल का घर ढहा दिया. इसकी सूचना राहुल को मिली तो वो मौके पर पहुंच गए और विरोध जताया, तभी उनकी तबियत बिगड़ गई. आशियाने के बिखरा देखकर राहुल इतने सदमें में आ गया कि हार्ट अटैक पड़ गया और मौत हो गई. परिजन काफी गुस्से में थे और मेरठ डीएम दीपक मीणा के ऑफिस के बाहर लाश रखकर बैठ गए. जब पुलिस समझाने पहुंची तो कहने लगे साहब घर तो ग्राम प्रधान और दबंगों ने मिलकर ढहा दिया, अब इस लाश को कहां रखते, जगह नहीं थी इसलिए डीएम ऑफिस ले आए.
मंदिर की चौड़ाई बढ़ाने के लिए घर गिराने का लगाया आरोप
राहुल गिरी की मौत पर उनके भाई निशांत गोस्वामी ने तमाम आरोप लगाए. उनका कहना है कि गांव में मंदिर की चौडाई बढ़ाने के लिए हमारा घर ढहा दिया गया. हमारी 12 पीढ़ियां इसी मकान में रह रहीं हैं. बाड़म में हमारी कई पीढ़ियां रहती आ रही हैं, लेकिन आखिर ऐसा क्या हुआ कि मंदिर को चौड़ा करना पड़ रहा है और इसके लिए उनके घर की बलि ले ली गई. अब वो कहां रहेंगे, गरीब हैं कमाई का भी जरिया नहीं है. हमारा मकान ग्राम प्रधान और दबंगों ने अपनी दबंगई दिखाते हुए ढहाया है, इनके खिलाफ कोई भी कार्रवाई करने को तैयार नहीं है.
ग्राम प्रधान और दबंगों ने हमारा घर ढहा दिया
मेरठ कलेक्ट्रेट में अचानक से ट्रैक्टर ट्रॉली पहुंचा था, बड़ी संख्या में महिलाएं भी साथ थी. तभी ग्रामीण चारपाही पर रखी लाश लेकर आए और डीएम दीपक मीणा के ऑफिस के सामने रख दी और वहीं पर धरना देकर बैठ गए. इसकी सूचना मिलते ही कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंच गई और अधिकारियों के हाथ पांव फूल गए. ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया और आरोप लगाया कि ग्राम प्रधान और दबंगों ने हमारा घर ढहा दिया है. कोई नहीं सुन रहा है, हमारा बेटा राहुल गिरी सदमें में हार्ट अटैक से मर गया है, न पुलिस कार्रवाई कर रही है और न कोई और सुनने वाला है. इस पर अधिकारियों ने ग्रामीणों को काफी समझाया और सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया, जिसके बाद ग्रामीण शांत हुए और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने बैठाई जांच और सख्त कार्रवाई के दिए निर्देश
इस पूरे मामले में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट कमल किशोर का कहना है कि मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं. बाडम गांव में किसने और क्यों मकान गिराया और राहुल की मौत कैसे हुई इसकी जांच की जा रही है. फिलहाल शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद तस्वीर साफ होगी कि आखिर राहुल गिरी की मौत कैसे हुई है. जो भी मकान गिराने के मामले में शामिल हैं और क्यों मकान गिराया है, इसकी जांच करा रहें हैं जो भी दोषी होगा बख्शा नहीं जाएगा.
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