लखनऊ. बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन कोरोना पॉजिटिव पाये गये हैं. उनमें संक्रमण के हल्के लक्ष्ण पाये गये हैं. यही नहीं उनके बेटे अभिषेक बच्चन की भी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. दोनों को मुंबई के नानावती अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां आइसोलेशन वॉर्ड में दोनों का इलाज चल रहा है. अमिताभ के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की खबर जैसे ही सामने आई उनके चाहने वाले बेचैन हो उठे. उनके गृह राज्य उत्तर प्रदेश में लोग उनके जल्द स्वस्थ होने की दुआ करने लगे.
आपको बता दें कि बॉलिवुड में पांच दशकों से ज्यादा राज करने वाले बिग बी यूपी के इलाहाबाद से हैं. प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुये उनके शीघ्र ठीक होने की प्रार्थना की है. वहीं मशहूर कमेडियन राजू श्रीवास्तव ने भी अमिताभ बच्चन की जल्द ठीक होने की कामना की है.
अमिताभ बच्चन ने अपने कोरोना संक्रमित होने की जानकारी ट्वीटर के जरिये दी. यही नहीं उन्होंने अपील की है, बीते दस में उनसे मिलने वाले भी अपना टेस्ट करवा लें.
गंगा किनारे वाला छोरा
महानायक का यूपी से गहरा नाता रहा है. समाजवादी पार्टी की सरकार के दौरान अमिताभ को यूपी के प्रतिष्ठित सम्मान यश भारती से सम्मानित किया गया था. यही नहीं संगम नगरी प्रयागराज में उनका काफी वक्त बीता. अमिताभ बच्चन की पैदाइश इलाहाबाद(अब प्रयागराज) में हुई. आरंभिक पढ़ाई यहीं हुई. उनके पिता और हिंदी के नामचीन साहित्यकार हरिवंश राय बच्चन इलाहाबाद विश्वविद्यालय के अंग्रेज़ी विभाग में पढ़ाते थे. अमिताभ की ज़िंदगी के तमाम क़िस्से गंगा के किनारे बसे उत्तर प्रदेश से जुड़ते हैं.
लोकप्रियता ऐसी कि सियासी दिग्गज हार गये
अमिताभ भी खुद को यूपी वाला कहते हैं. यही नहीं यूपी में उनका जादू चलता है, ये कहना अतिश्योक्ति न होगा. उन्होंने सियासत में भी हाथ आजमाये और अपनी जन्मभूमि को सियासी कर्मभूमि बनाया. साल 1984 में दिग्गज राजनेता हेमवती नंदन बहुगुणा के खिलाफ चुनाव लड़ा. यही नहीं अमिताभ ने अपनी चुनावी जनसभा में मशहूर गाना ''छोरा गंगा किनारे वाला'' सुनाया. उनके प्रशंसकों ने उन्हें सिर आंखों पर बैठाया. कोई राजनीतिक पृष्ठभूमि न होने के बावजूद उनकी लोकप्रियता बहुगुणा पर भारी पड़ी और वे उस समय इलाहाबाद संसदीय सीट से चुनाव जीत गये.
लोगों के बीच उनकी लोकप्रियता कभी कम नहीं हुई. हाल ही में उन्होंने भारतीय फिल्म जगत में पचास साल पूरे किये हैं. साल 2019 में उन्हें प्रतिष्ठित अवार्ड 'दादा साहब फाल्के' से नवाजा गया.
लॉकडाउन के दौरान अमिताभ ने प्रवासी मजदूरों की मदद की
अमिताभ बच्चन ने अपने गृह नगर प्रयागराज समेत यूपी के अलग-अलग शहरों के रहने वाले मजदूरों को हवाई जहाज के जरिये उनके घर भेजा. अमिताभ की वजह से हवाई सफर के बचपन के सपने को पूरा करते हुए महीनों फंसे रहने के बाद घर पहुंचने वाले प्रवासी एयरपोर्ट पर पहुंचकर काफी खुश हुये. हर किसी ने अमिताभ बच्चन को दिल से दुआएं दीं. कोई उनकी सलामती और लंबी उम्र की कामना कर रहा था तो कोई उन्हें सुपर हीरो और रियल हीरो करार दे रहा था.
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