नई दिल्ली, एएनआई। अमेरिका के फर्स्ट लेडी मेलानिया ट्रंप आज दिल्ली के मोतीबाग स्थित सरकारी स्कूल पहुंची। यहां पर उनका पारंपरिक तरीके से स्वागत किया गया। मेलानिया स्कूलों में चलाये जा रहे हैप्पीनेस क्लास को देखना चाहती हैं। स्कूल में उन्होंने बच्चों और शिक्षकों से बातचीत की। वे 'हैप्पीनेस क्लास' के बारे में जानने को लेकर उत्साहित दिखीं।





बच्‍चों से मिलने के बाद मेलानिया ट्रंप ने कहा कि सांस्‍कृति नृत्‍य के साथ इस शानदार स्‍वागत के लिए शुक्रिया। स्‍कूल के बच्‍चों ने मेलानिया को मधुबनी की पेंटिंग बतौर तोहफे में दी।

'हैप्पीनेस क्लास' को लेकर उत्साहित मेलानिया ट्रंप ने कहा, 'नमस्‍ते! सांस्‍कृति नृत्‍य के साथ इस शानदार स्‍वागत के लिए शुक्रिया। हैप्पीनेस शब्द प्रेरणा देने वाला है। पूरी दुनिया में ऐसे कार्यक्रम होने चाहिए। अमेरिका में भी इसी तरह का काम हो रहा है। यह बहुत अच्‍छा स्‍कूल है। भारत एक शानदार देश है और यहां आकर मुझे बेहद खुशी हुई। यह भारत में मेरा पहला दौरा है। यहां के लोग बहुत अच्‍छे हैं और अतिथियों का बेहद आदर सत्‍कार करते हैं।'

इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस दौरे को लेकर खुशी जताई है। केजरीवाल ने किया कि आज हमारे स्कूल में हैप्पीनेस क्लास में वह भाग लेंगी। हमारे शिक्षकों, छात्रों और दिल्लीवासियों के लिए बहुत अच्छा दिन। सदियों से भारत ने दुनिया को आध्यात्मिकता सिखाई है। मुझे खुशी है कि वह हमारे स्कूल से खुशी का संदेश वापस लेगी।




आपको बता दें कि आरके पुरम स्थित सर्वोदय सहशिक्षा वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय का दौरा करेंगी। इसके चलते यहां कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। सुरक्षाकर्मियों ने स्कूल परिसर के आसपास बैरिकेडिंग कर दी है। इसके अलावा स्कूल के आसपास काफी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात हैं जो चप्पे-चप्पे पर नजर बनाए हुए हैं।


क्या है 'हैप्पीनेस क्लास'


दिल्ली सरकार ने जुलाई 2018 में स्कूलों में 'हैप्पीनेस क्लासेस' की शुरुआत की थी। दिल्ली के सरकारी स्कूलों में चलने वाली हैपिनेस क्लास 45 मिनट की होती है। ये प्रतिदिन होती है। इसमें नर्सरी से लेकर कक्षा आठ तक के बच्चे शामिल होते हैं। बच्चों को सबसे पहले ध्यान कराया जाता है। किसी तरह की कोई धार्मिक प्रार्थना नहीं होती है। कोई मंत्र नहीं होता है, कोई देवी-देवताओं की पूजा नहीं होती है। केवल अपनी सांसों पर ध्यान दिया जाता है। अपने मन पर ध्यान दिया जाता है। अपने विचारों पर ध्यान दिया जाता है। यह भारत की बहुत पुरानी संस्कृति है।


दिल्ली के सीएम को न बुलाने पर अमेरिकी दूतावास की सफाई
अमेरिका की फर्स्ट लेडी मेलानिया ट्रंप के दिल्ली स्कूल के दौरे से जुड़े कार्यक्रम पर मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्‍यमंत्री मनीष सिसोदिया को नहीं बुलाने पर विवाद सामने आया है। इस बीच अमेरिकी दूतावास ने साफ किया है कि यह कोई राजनीतिक ईवेंट नहीं है लिहाजा बेहतर होगा कि शिक्षा, स्कूल और छात्रों पर ध्यान केंद्रित किया जाए।