लॉकडाउन तोड़ने वालों के लिए नजीर हैं काशी के ये प्रवासी छात्र, संगीत के जरिए दे रहे हैं संदेश
वाराणसी में रह रहे प्रवासी छात्र लॉकडाउन तोड़ने वालों को संगीत के जरिए संदेश दे रहे हैं। ये छात्र वाराणसी में एक ही जगह पर मौजूद हैं और खुद को क्वॉरेंटाइन करने के साथ संगीत का अभ्यास करते हैं।
वाराणसी, नितीश कुमार पाण्डेय। अगर आप घर में हैं या देश के किसी हिस्से में लॉकडाउन के दौरान फंसे हैं और घर जाने का खतरनाक प्रयास कर रहे हैं तो इन युवाओं को सीख के तौर पर लीजिए। बाहरी प्रदेशों से आये ये छात्र वाराणसी में एक ही जगह पर मौजूद हैं और खुद को क्वॉरेंटाइन करने के साथ ये संगीत को माध्यम बनाकर समय काट रहे हैं और सभी को संदेश भी दे रहे हैं।
रोजाना तीन टाइम की क्लास वाराणसी के रोहनियां में एक व्यापारी के घर में शरण लेकर इन युवा छात्रों ने खुद को क्वॉरेंटाइन कर लिया है मणिपुर, नेपाल और सिक्किम के युवा छात्र बीएचयू में पढ़ाई करते हैं लॉकडाउन के दौरान रोजाना दिन में तीन बार एक एक घण्टे का संगीत का अभ्यास करते हैं।
छात्रों का संगीत संदेश सभी के लिए लॉकडाउन के दौरान जो जहां फंसा है वो घर जाने का प्रयास कर रहा है। इतना ही नहीं कुछ लोग व्यवस्था को कोस रहे हैं लेकिन वाराणसी में लॉकडाउन के दौरान मणिपुर, नेपाल और सिक्किम के वो छात्र जो बीएचयू में पढ़ते हैं इन्होंने एक दूसरे से संपर्क साधा और लॉकडाउन के दौरान एक जगह एकत्रित हैं। ये रोजाना एक साथ गीत गाते हैं और ये संदेश दे रहे हैं कि कोई कहीं परेशान न हो जो जहां है वहीं ठहर जाए।