Mahoba News: महोबा जिले में विस्फोटक माफियाओं ने फिल्म 'पुष्पा' की कहानी को हकीकत में बदलते हुए सिंडिकेट बनाकर विस्फोटक पदार्थों के दाम चार गुना बढ़ा दिए हैं. इस मनमानी ने खनन और क्रेशर उद्योग को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है. जब पहाड़ संचालकों ने बढ़े हुए दामों का विरोध किया, तो सिंडिकेट ने उन्हें सामग्री देने से इनकार कर दिया. आक्रोशित खनन कारोबारियों ने खनन उद्योग कल्याण समिति के बैनर तले डीएम और एसपी से मिलकर सिंडिकेट के खिलाफ सख्त कार्रवाई और विस्फोटक को तय दाम पर उपलब्ध कराने की मांग की है.
सिंडिकेट के खिलाफ उत्तर प्रदेश सरकार के सख्त निर्देशों के बावजूद भी महोबा की पत्थर मंडी में विस्फोटक माफिया एकछत्र राज के लिए मैगजीन संचालक सिंडिकेट बनाकर काम कर रहे हैं. विस्फोटक विक्रेताओं के सिंडिकेट बनने से यूपी की सबसे बड़े पत्थर कारोबार पर इसका असर दिखने लगा है. विस्फोटक के दाम तीन गुना बढ़ने से पहाड़ों पर खनन का काम बाधित हो गया है और क्रेशर तक पहुंचने वाला पत्थर महंगा होने से क्रेशर उद्योग भी प्रभावित हो गया. ऐसे में खनन और क्रेशर व्यापारी ने विस्फोटक सिंडिकेट के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
व्यापारियों ने डीएम को सौंपा ज्ञापन
खनन उद्योग कल्याण समिति के बैनर तले संरक्षक रामकिशोर और अध्यक्ष राघवेंद्र सिंह के साथ पहुंचे खनन व्यापारियों ने डीएम मृदुल चौधरी और एसपी पलाश बंसल को ज्ञापन सौंपकर विस्फोटक सिंडिकेट पर लगाम लगाने की मांग की. व्यापारियों का आरोप है कि मैगजीन संचालक सिंडिकेट बनाकर मनमाने तरीके से विस्फोटक बेच रहे हैं. एमपी से सस्ते दामों में आने वाला अमोनियम नाइट्रेट , ईडी और सैल को महोबा में तीन गुने दाम पर बेचा जा रहा है.
व्यापारियों के अनुसार, सैट ईडी+सेल का रेट 4000 था जिसे विस्फोटक सिंडिकेट ने पुष्पा की तरह दाम बढ़ाकर 8500 कर दिया गया है, जबकि अमोनियम नाइट्रेट का दाम 3800 था जिसे से बढ़ाकर 8500 तक पहुंचा दिया है. बड़ी बात है कि इस रेट पर विस्फोटक न लेने पर देने से भी मना किया जा रहा है जिससे व्यापारी खासे परेशान है.
आक्रोशित खनन व्यापारियों ने इस अप्रत्याशित मूल्य वृद्धि और दबाव बनाने के लिए मैगजीन संचालकों पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि सिंडिकेट की इस मनमानी से खनन उद्योग पर गंभीर असर पड़ रहा है. मांग की है कि विस्फोटक की कीमतों को नियंत्रित किया जाए और सिंडिकेट की गतिविधियों पर रोक लगाई जाए. जिले में पहाड़ खनन उद्योग पर पुष्पा की तर्ज पर चल रहा विस्फोटक सिंडिकेट का गहरा असर होने से कई क्रेशर बन्द हो गए.
डीएम ने दिया कार्रवाई का आश्वासन
वहीं विरोध के चलते पहाड़ खनन कारोबारियों को विस्फोटक न मिलने से उनके पहाड़ भी बंद हो गए. जिससे उन्हें मासिक किराया चुकाने में भी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. पहाड़ उद्योग बंद होने से मशीन, मजदूर और, क्रशर प्रभावित हुए हैं. जिसको लेकर खनन उद्योग कल्याण समिति ने आज सिंडिकेट को बंद कराए जाने की मांग करते हुए उन्हें निर्धारित मूल्य पर विस्फोटक दिलाए जाने की मांग की है. ज्ञापन में व्यापारियों ने इस समस्या को तत्काल हल करने की अपील की है. डीएम और एसपी ने मामले की जांच कर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है.
एसपी पलाश बंसल ने पूरे मामले में कहा कि, खनिज से जुड़े किसी भी मामले में कोई कार्रवाई के लिए खनिज विभाग, आरटीओ विभाग के साथ पुलिस टीम काम करेगी. इस प्रकार के मामलों में भी सम्बंधित विभागों की टीम के साथ तालमेल कर जांच और कार्रवाई की जाएगी.