Lucknow News:  खनन घोटाला मामले में सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) की जांच में घिरे उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के नेता और पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति (Gayatri Prasad Prajapati) और रिटायर आईएएस गुरदीप सिंह (Gurdeep Singh) मुश्किलों में घिरते दिखाई दे रहे हैं. गायत्री प्रसाद प्रजापति और रिटायर आईएएस गुरदीप सिंह लोकायुक्त जांच में दोषी पाए गए. उनके खिलाफ आगे की कार्रवाई की जानी है.  


लोकायुक्त ने राज्य सरकार को सौंपे प्रतिवेदन में दोनों के खिलाफ जांच एजेंसी से जांच करने और सरकार को हुए आर्थिक नुकसान की भरपाई के लिए वसूली करने की संस्तुति की है. जानकारी के अनुसार सामाजिक कार्यकर्ता नूतन ठाकुर ने पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति और पूर्व प्रमुख सचिव खनन के खिलाफ लोकायुक्त में शिकायत की थी. इस शिकायत के आधार पर कार्रवाई शुरू कर जांच की गई तो आरोप सच पाए गए.


खनन घोटाला मामलें मे दोष सिद्ध
शिकायत के मुताबिक, पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति और रिटायर आईएएस गुरदीप सिंह ने नियमों को दरकिनार करते हुए उदयपुर (राजस्थान) के एक कारोबारी समूह को सोनभद्र में मुख्य खनिज चाइना क्ले का पूर्वेक्षण लाइसेंस और चित्रकूट में पोटाश खनिजों के लिए सर्वेक्षण का परमिट दिया था. लोकायुक्त की जांच में ये भी सामने आया है कि संबंधित नियमो में ढील दी थी. इसके अलावा कंपनी से लाइसेंस और परमिट फीस भी नही ली गई. 


इस शिकायत पर जब लोकायुक्त ने जांच की तो आरोप सही पाए गए.  जिस पर अब लोकायुक्त ने राज्य सरकार को प्रतिवेदन भेजकर गायत्री प्रसाद प्रजापति और गुरदीप सिंह पर विधिसंगत कार्रवाई करने की संस्तुति की है. इसके साथ ही उनकी संपत्तियों की जांच कराने और राज्य सरकार को हुए नुकसान की भरपाई करके तीन माह में लोकायुक्त संगठन को इसकी जानकारी से अवगत कराने को कहा है.


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