आजमगढ़: मंत्री अनिल राजभर ने किया कोविड टीकाकरण का शुभारंभ, बोले- कम हुए हैं कोरोना के केस
यूपी सरकार में मंत्री अनिल राजभर ने आजमगढ़ में टीकाकरण का शुभारंभ किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि कोरोना से प्रभावित पीड़ितों और मौतों की संख्या में काफी कमी आई है. लोगों को जागरूक करने का काम किया जा रहा है.
आजमगढ़: उत्तर प्रदेश के पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण मंत्री अनिल राजभर ने आजमगढ़ के सदर तहसील के सठियांव ब्लॉक स्थित उच्चीकृत स्वास्थ्य केंद्र पर 18 प्लस युवाओं के लिए टीकाकरण का शुभारंभ किया. टीकाकरण की शुरुआत को लेकर काफी तैयारियां की गई थीं और लोगों को टीका लगवाने का बेसब्री से इंतजार भी था. इस दौरान लोगों को बताया गया कि बिना ऑनलाइन पंजीकरण के टीका लगवाने केंद्र पर ना जाएं.
सबसे ज्यादा लोगों का टीकाकरण किया जा रहा है
कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर ने मीडिया कर्मियों से बातचीत में कोरोना से निपटने के लिए प्रदेश सरकार के तमाम प्रयासों का उल्लेख किया. उन्होंने कहा कि इससे पूर्व प्रदेश के नगर निगमों और गौतम बुद्ध नगर में 18 प्लस लोगोम को टीका लगाया जा रहा था. लेकिन, आज से आजमगढ़ मंडल मुख्यालय समेत अन्य मंडल मुख्यालयों पर वैक्सीनेशन की शुरुआत की जा रही है. जिससे युवाओं को वैक्सीन मिलने का रास्ता साफ हुआ है. वैक्सीन के मामले में यूपी पूरे देश में नंबर एक है. प्रदेश में सबसे ज्यादा वैक्सीन उपलब्ध कराई गई हैं और सबसे ज्यादा लोगों का टीकाकरण किया जा रहा है.
कोरोना के मामलों में कमी आई है
अनिल राजभर ने कहा कि लापरवाही ना हो इसके लिए हर विकल्प पर काम किया जा रहा है. पूरी पारदर्शिता के साथ ग्लोबल टेंडर के जरिए दुनिया की कंपनियों को आमंत्रित किया है. प्रशासन ने भी अच्छा काम किया है. अब मात्र 2 प्रतिशत ही वैक्सीन का नुकसान हो रहा है. प्रधानमंत्री के ट्रिपल टी यानी ट्रेसिंग, टेस्ट, ट्रीट के फॉर्मूले पर सरकार अच्छा काम कर रही है और कोरोना से प्रभावित पीड़ितों और मौतों की संख्या में भी काफी कमी आई है.
लोगों को जागरूक करने का काम किया जा रहा है
कोरोना से निपटने में सरकार के फेल होने के सवाल पर कैबिनेट मंत्री ने जवाब दिया कि किसी भी वैज्ञानिक, डॉक्टर या दुनिया में कहीं से किसी को अंदाजा नहीं था कि कोरोना वायरस 20 गुना मारक क्षमता के साथ इस प्रकार से आएगा. फिर भी सरकार ने रात-दिन प्रयास कर इसको कंट्रोल करने का काम किया है. इसी प्रयास का नतीजा है कि कोविड-19 की चुनौती से लड़ते हुए स्वास्थ्य की बुनियादी सुविधाओं की तरफ प्रदेश अब आत्मनिर्भरता की तरफ चल पड़ा है फिर चाहे वो ऑक्सीजन का मामला हो या अन्य सुविधाओं का. ग्रामीण क्षेत्रों में अभी भी कई मामलों के सामने आने के सवाल पर कैबिनेट मंत्री ने कहा कि प्रदेश में 60 हजार निगरानी समितियां इसके लिए केवल गांवों में काम कर रही हैं. लोगों को जागरूक करने का काम किया जा रहा है.
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