UP News: उत्तर प्रदेश में आजादी से एक दिन पहले सोमवार के दिन भारत-पाक विभाजन की विभीषिका को याद करते हुए इस त्रासदी के बारे में युवा पीढ़ी को जागरूक करने के लिए 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' का आयोजन किया था. इस दौरान योगी सरकार के मंत्री बृजेश सिंह ने सोमवार को कांग्रेस के पूर्ववर्ती नेताओं को आड़े हाथ लेते हुए दावा किया कि उन्होंने ऐसी परिस्थितियां पैदा कीं जिससे अंतत: भारत का विभाजन हुआ.
विभाजन विभीषिका दिवस पर इंदिरा कला केंद्र में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा कि 'अगर कांग्रेस और अन्य पार्टियों के उस समय के नेताओं ने तब आंख खुली रखी होतीं तो भारत की मौजूदा स्थिति अलग होगी. लाखों लोगों की हत्या नहीं होती, महिलाओं से दुष्कर्म नहीं होता और न ही देश का विभाजन होता.'
मौन जुलूस में लिया हिस्सा
मंत्री बृजेश सिंह ने नोएडा के विधायक पंकज सिंह और भारतीय जनता पार्टी की नोएडा इकाई के अध्यक्ष मनोज गुप्ता के साथ ‘मौन जुलूस’ में भी हिस्सा लिया. बृजेश सिंह ने कहा कि 'हमने विभाजन की भयावह स्थिति के बारे में सुना है लेकिन कभी वास्तविक तथ्यों पर गौर नहीं किया है. इसी वजह से इस दिन को मनाने का फैसला किया गया ताकि हमारी मौजूदा और आने वाली पीढ़ी जान सकें कि इस देश ने और इसके लोगों ने कितना कुछ सहा है.' उन्होंने कहा कि देश की जनता ने ‘1947 में की गई गलती को तब सुधारा’ जब सरदार पटेल की धरती गुजरात से नरेंद्र मोदी 2014 में प्रधानमंत्री बने.
14 अगस्त कभी न भूलने वाली तारीख: सीएम योगी
बता दें कि इस मौके पर उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने विभाजन काल की विभिषिका को याद करते हुए ट्वीट कर लिखा 'देश के इतिहास में 14 अगस्त की तिथि कभी न भूलने वाली तिथि है. आज ही के दिन मजहबी और नफरती मानसिकता ने भारत का दु:खद विभाजन किया, जिसके दुष्परिणामस्वरूप असंख्य देश वासियों ने यातनाएं झेलीं और अपनी जान गंवाई. 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' के अवसर पर बलिदान हुए सभी नागरिकों को विनम्र श्रद्धांजलि!, इस क्रूर-वीभत्स यातना के साक्षी सभी नागरिकों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं.'
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