UP News: लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को बीजेपी पर देश में सांप्रदायिक आधार पर विभाजन पैदा करने का आरोप लगाया जिस पर सत्ता पक्ष के सदस्यों ने जोरदार तरीके से विरोध जताया और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि पूरे हिंदू समाज को हिंसक कहना बहुत गंभीर विषय है. सदन की कार्यवाही खत्म होने के बाद राहुल गांधी के बयान पर विरोधियों ने पलटवार किया.


योगी सरकार के मंत्री दयाशंकर सिंह ने वाराणसी में कहा कि राहुल गांधी का मिक्स डीएनए है और उनके बाबा फारसी मां क्रिश्चियन तो राहुल गांधी क्या हिंदू हुए? यूपी के मंत्री पीएम मोदी पूरा हिंदू समाज नहीं इस बयान पर भड़क उठे. दरअसल, राहुल गांधी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लाये गए धन्यवाद प्रस्ताव पर विपक्ष की ओर से चर्चा की शुरुआत करते हुए कहा कि हिंदू कभी हिंसा नहीं कर सकता, कभी नफरत और डर नहीं फैला सकता.


उन्होंने भाजपा पर युवाओं, छात्रों, किसानों, मजदूरों, दलितों, महिलाओं और अल्पसंख्यकों में डर पैदा करने का आरोप भी लगाया. उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग अल्पसंख्यकों को डराते हैं और उनके खिलाफ नफरत फैलाते हैं, लेकिन अल्पसंख्यक इस देश के साथ चट्टान की तरह मजबूती से खड़े रहे हैं, उन्होंने दुनिया भर में भारत का नाम रोशन किया है और वे देशभक्त हैं.


कांग्रेस नेता के भाषण के दौरान प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू, पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव, कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान तथा भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) के कुछ अन्य नेताओं ने अलग-अलग बिंदुओं को लेकर आपत्ति दर्ज कराई तथा नेता प्रतिपक्ष पर सदन को गुमराह करने एवं गलत बयानी करने का आरोप लगाया.


सदन में सत्तापक्ष और विपक्ष के सदस्यों के बीच तीखी नोंकझोंक के बीच राहुल गांधी ने कहा, ‘‘ये अहिंसा का देश है, ये डर का देश नहीं है। भगवान शिव कहते हैं- डरो मत, डराओ मत. वे अहिंसा की बात करते हैं.’’ इस बीच लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने राहुल से कहा, ‘‘आप नेता प्रतिपक्ष हैं। इसका ध्यान रखें कि किसी की भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचे.’’