Global Investors Summit 2023: ग्लोबल इन्वेस्टर समिट को लेकर औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी (Nand Gopal Gupta Nandi) ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव का शुरू से लेकर आज तक आचरण देखिए. उनमें और राहुल गांधी (Rahul Gandhi) में कोई अंतर नहीं है. ये दोनों एक दूसरे के पूरक हैं. जब कोई पप्पू कहता तो राहुल गांधी की चर्चा होती है और जब कोई टोंटी कहता तो अखिलेश यादव की बात आती.


नंद गोपाल नंदी ने कहा कि अखिलेश यादव ने मेहनत करके सत्ता नहीं हासिल की. वो मैंडेट उनके पिता मुलायम सिंह को मिला था, उन्होंने अपने बेटे को मुख्यमंत्री बना दिया और उस बेटे ने अपने पिता को ही लात मारकर स्वयंभू राष्ट्रीय अध्यक्ष बन गए. अखिलेश की बाते और हरकतें बचकानी हैं.


अखिलेश यादव पर साधा निशाना
मंत्री नंदी ने कहा कि अखिलेश कोरोना वैक्सीन को भाजपा की बताकर विरोध करते थे. जब मुलायम सिंह यादव ने वैक्सीन लगवाई तो अखिलेश यादव को गुलाटी मारनी पड़ी, थूक के चाटना पड़ा. जब हम समिट के लिए विदेश यात्रा पर थे तो अखिलेश ने कहा था कागज की मोमबत्ती से रोशनी नहीं होती, तो उनको बता दूं कि आंख बंद कर लेने से अंधेरा नहीं हो जाता. इन्होंने आंख मूंदी तो रोशनी कैसे दिखे, जो आंख का अंधा हो उसे क्या कहें. कोविड के समय ड्रोन पर हीरानंदानी ने जमीन देखी, जमीन की ऑनलाइन सारी प्रक्रिया की, जमीन की रजिस्ट्री हुई और उत्तर भारत का सबसे बड़ा डाटा सेंटर 31 अक्टूबर को लोकार्पण हो गया. 


मंत्री ने दावा किया कि हमारे पहले कार्यकाल की इन्वेस्टर्स समिट में 4 लाख करोड़ का निवेश धरातल पर उत्तर चुका है, सिर्फ वोट के लालच में सपा, बसपा, कांग्रेस को जनता ने नकार दिया है.  2014 से 2022 तक के आंकड़े इसके गवाह हैं कि 2017 में सपा, बसपा और कांग्रेस को उतना ही मिला जितना एक बर्थडे केक में किसी को एक स्लाइस मिलता है. 


यूपी में निवेश को लेकर किया दावा
औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने कहा कि शुरू में ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के लिए 10 लाख करोड़ का लक्ष्य तय किया था, लेकिन निवेशकों के उत्साह को देखते हुए ये टारगेट बढ़ाकर 17 लाख करोड़ किया और आज लगभग 23 लाख करोड तक हम पहुंच रहे हैं. आईटीसी के चेयरमैन का फोन आया और उन्होंने 5000 करोड़ इन्वेस्ट करने की बात कही है. देश दुनिया के उद्योग घराने उत्तर प्रदेश में इंडस्ट्री लगाने की आकर्षित हो रहे हैं. ये निवेश होने के बाद लगभग दो करोड़ युवाओं को उत्तर प्रदेश में रोजगार मिलेगा. 


उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों में इन्वेस्टर्स समिट होते थे तो बस इवेंट बन कर रह जाते थे. सपा की सरकार में कहा जाता था जिस गाड़ी में सपा का झंडा उसमें बैठा सबसे बड़ा गुंडा. बसपा की सरकार में 'कैसे नोट बढ़े, कैसे तिजोरी भरें' पर काम होता था. 1000 करोड़ की सड़क के लिए 2000 करोड़ का डीपीआर बनाकर अपने लोग को दिया जाता था. 


यूपी में तेजी से हुआ विकास


नंदी ने कहा कि आज प्रदेश में सर्वाधिक एयरपोर्ट, सबसे अधिक एक्सप्रेस वे, डिफेंस कॉरिडोर सब हैं, जो निवेश आ रहा उससे बुंदेलखंड और पूर्वांचल भी अछूता नहीं है. बुंदेलखंड में डिफेंस कॉरिडोर, फूड पार्क, फार्म पार्क सब बन रहे हैं. आईटीसी की हमने बात की, वह भी बुंदेलखंड में जाना चाहते हैं पेपर मिल लगाने. जिस बुंदेलखंड को दूसरों ने पथरीला सोच कर छोड़ दिया था हमने वहां पर एक्सप्रेसवे बना दिया. उन्नाव में 3000 करोड़ का टारगेट था और 26 हजार करोड़ आ गया. 


गाजीपुर जो माफिया के लिए जाना जाता था वहां हजारों करोड़ का निवेश प्रस्ताव आया. वाराणसी मंडल से डेढ़ लाख करोड़ का निवेश प्रस्ताव आया है. समिट में आने वाले मेहमानों और उद्योगपतियों को ODOP के उपहार दिए जाएंगे. जो जिस क्षेत्र में उद्योग लगाएगा उसे उस क्षेत्र से जुड़ा हुआ ODOP का उपहार दिया जाएगा. 


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