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Meerut News: इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखाने पहुंचे थे मंत्री दिनेश खटीक, फिर खुद ही ड्राइव करने निकल पड़े
Electric Buses in Meerut: यूपी सरकार के राज्य मंत्री दिनेश खटीक ने गुरुवार को इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखाई, इस दौरान वो इतने उत्साहित हो गए खुद ही उस बस को चलाने लगे.
Electric Buses in Meerut: यूपी सरकार के राज्य मंत्री और हस्तिनापुर से विधायक दिनेश खटीक गुरुवार को मेरठ के मवाना बस अड्डे पर पहुंचे. जहां उन्होंने इलेक्ट्रिक बस को हरी झंडी दिखाई. लेकिन इस दौरान वो इलेक्ट्रिक बस को लेकर इतने उत्साहित हो गए हैं कि खुद ही ड्राइविंग सीट पर बैठ गए और नई नवेली चमकदार बस को चलाने से खुद को नहीं रोक सके. दिनेश खटीक बस को हरी झंडी दिखाने के बाद खुद ही ड्राइवर सीट पर बैठ गए और बस चलाते हुए नजर आए.
बस को खुद ही चलाते दिखे यूपी के मंत्री
राज्यमंत्री दिनेश खटीक ने इन इलेक्ट्रिक बसों को मेरठ के मवाना बस अड्डे से हरी झंडी दिखकर रवाना किया. बस को हरी झंडी दिखाने के बाद उनसे रहा नहीं गया और वो खुद ही इस बस पर चढ़ गए और इस बस को चलाने लगे. उनका ये अंदाज लोगों को काफी पसंद आ रहा है. इस दौरान उन्होंने पीएम मोदी की भी जमकर तारीफ की और कहा कि प्रधानमंत्री जी प्रदूषण को कम करने के लिए कई कदम उठा रहे हैं. इलेक्ट्रिक बसें चलने से प्रदूषण पर काबू पाया जा सकेगा. ये बस मेरठ से तकरीबन 50 किमी. दूर हस्तिनापुर और 40 किमी. दूर मवाना तक रोज फेरे लगाएगी. इससे इस क्षेत्र के रहने वाले लोगों को खासा फायदा होगा.
मेरठ के लोगों के लिए बड़ा तोहफा
हस्तिनापुर टूरिस्ट प्लेस भी है इस लिहाज से भी इलेक्ट्रिक बसे पर्यटकों के लिए बड़ा तोहफा मानी जा रही है. ये बसें मेरठ से सुबह छह बजे ही शुरू हो जाएंगी जो शाम को 8 बजे तक चलेंगी और वापसी में सुबह आठ बजे से शाम सात बजे तक मेरठ के लिए हर आधे घंटे में उपलब्ध रहेगी. इन इलेक्ट्रिक बस का किराया हस्तिनापुर के लिए मात्र 50 रुपये और मवाना के लिए 40 रुपये होगा. हाई टेक्नोलॉजी से लैस ये इलेक्ट्रिक बसें वातानुकूलित हैं. और इसमें सफर का आनन्द अलग ही होता है.
हाईटेक सुविधाओं से लेस है इलेक्ट्रिक बस
ये बसें जीपीएस और आईटीएमएस यानि इंटेलिजेंस ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम से लैस हैं. इनका किराया काफी कम है. हालांकि सुविधाएं बिलकुल वॉल्वो बसों जैसी मिल रही हैं. बस के अंदर कई हाईटेक सुविधाएं दी गई हैं. बस में कैमरा और पैनिक बटन की सुविधा के साथ कंट्रोल रुम से हर गतिविधि मॉनिटर की जाएगी. बस में एयर सस्पेंशन हैं और गाड़ी में पांच कैमरे लगे हुए हैं. गाड़ी ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम से लैस है. आने वाले स्टॉप के पहले ही एनाउंसमेंट हो जाएगा कि कौन सा चौराहा या बस स्टॉप आने वाला है. कंट्रोल रुम के जरिए गाड़ी चौबीस घंटे ट्रैक की जा सकेगी.
ये बसें जीपीएस और आईटीएमएस यानि इंटेलिजेंस ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम से लैस हैं. इनका किराया काफी कम है. हालांकि सुविधाएं बिलकुल वॉल्वो बसों जैसी मिल रही हैं. बस के अंदर कई हाईटेक सुविधाएं दी गई हैं. बस में कैमरा और पैनिक बटन की सुविधा के साथ कंट्रोल रुम से हर गतिविधि मॉनिटर की जाएगी. बस में एयर सस्पेंशन हैं और गाड़ी में पांच कैमरे लगे हुए हैं. गाड़ी ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम से लैस है. आने वाले स्टॉप के पहले ही एनाउंसमेंट हो जाएगा कि कौन सा चौराहा या बस स्टॉप आने वाला है. कंट्रोल रुम के जरिए गाड़ी चौबीस घंटे ट्रैक की जा सकेगी.
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