Child Observation Home Rape Case: हल्द्वानी शहर के एक बाल संरक्षण गृह की नाबालिग के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया है. रविवार (17 दिसंबर) को मामले में बाल विकास मंत्री रेखा आर्य (Rekha Arya) ने संज्ञान लिया. मंत्री रेखा आर्य ने कहा कि जांच रिपोर्ट आने के बाद दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी. साथ ही उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को बिल्कुल भी छोड़ा नहीं जाएगा, जो बच्चों के साथ इस प्रकार के कृत्य करते हैं.
दरअसल, उत्तराखंड के हल्द्वानी में बाल संरक्षण गृह में नाबालिग के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया था. शुक्रवार (15 दिसंबर) की रात हल्द्वानी कोतवाली में संस्थान की दो महिला कर्मचारी समेत अन्य के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था. इस मामले में बाल विकास मंत्री रेखा आर्य ने संज्ञान लेते हुए दीपा आर्य अनु सेवक जिला शरणालय और प्रवेशालय हल्द्वानी को आरोप के आधार पर निलंबित कर दिया है.
क्या बोलीं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य?
वहीं, महिला कल्याण एवं पुनर्वास केंद्र हल्द्वानी में होमगार्ड विभाग के माध्यम से तैनात गंगा को तत्काल प्रभाव से उसके विभाग को वापस कर दिया गया है. प्रकरण पर त्वरित संज्ञान लेते हुए प्रकरण विशेष की निष्पक्ष विभागीय जांच के लिए दो सदस्य समिति का गठन कर दिया गया. इस दौरान मंत्री रेखा आर्य ने कहा कि जांच रिपोर्ट आने के बाद दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी और पुलिस जांच में जो भी फैक्ट सामने आएंगे उसके बाद कोर्ट की तरफ से फैसला किया जाएगा.
बीजेपी पर बरसी कांग्रेस
हल्द्वानी में एक दृष्टि बाधित संस्थान में लड़कियों के यौन उत्पीड़न का मामला शांत भी नहीं हुआ था कि अब शहर के एक संरक्षण गृह की नाबालिग के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया है. इस मामले को लेकर विपक्ष के नेता बीजेपी पर हमला बोले हुए हैं. कांग्रेस ने कहा कि बीजेपी एक तरफ महिला सम्मान की बात करती है, महिला सशक्तिकरण की बात करती है और दूसरी तरफ उन्हीं की सरकार में उन्हीं के कर्मचारी इस तरह के काम कर रहे हैं. यह शर्म की बात है कि नाबालिग बच्चों के साथ बलात्कार जैसी घटनाएं हो रही हैं.
ऐसे आया रेप का मामला सामने
मामला तब सामने आया जब निरीक्षण के लिए पहुंची एक न्यायिक अधिकारी को नाबालिग ने अपनी पीड़ा बताई. जानकारी के मुताबिक, संरक्षण गृह की दो महिला कर्मचारी 15 साल की नाबालिग को केंद्र से बाहर दूसरी जगह किसी मकान में ले जाती थीं, जहां उसके साथ रेप होता था. विरोध करने पर उसे धमकाया जाता था और मारपीट की जाती थी.
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