Ramcharitmanas Row: यूपी के मंत्री संजय निषाद बोले- 'जो रामचरितमानस के खिलाफ, वह निषाद बिरादरी और...'
निषाद राज पार्टी के अध्यक्ष व यूपी के मत्स्य मंत्री संजय निषाद ने रामचरित मानस विवाद पर औरैया में समाजवादी पार्टी पर निशाना साधा और कहा कि जो रामचरित मानस पर सवाल उठाए वह मछुआरों के खिलाफ बोल रहा है.
Auraiya : औरैया जिले के प्रभारी मंत्री बनाए जाने पर पहली बार जनपद पहुंचे निषाद राज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद (Sanjay Nishad) का यहां बीजेपी और निषाद राज पार्टी के कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया. उन्होंने एक बार फिर रामचरित मानस को लेकर बड़ा बयान दिया है. मत्स्य मंत्री संजय निषाद ने कहा कि जो भगवान राम के बारे में बोले, रामचरित मानस पर सवाल उठाए, गलत बोले, इसका मतलब हमारी बिरादरी मछुआरों के खिलाफ बोल रहा है, निषाद राज के खिलाफ बोल रहा है, उत्तर प्रदेश देश की जनता के खिलाफ बोल रहा है और उसका जवाब जनता चुनाव में देती है. इंतजार कीजिए सारी सीटें हम लोग जीतेंगे. जनता सब जान चुकी है कि क्या सही है क्या गलत है. इसलिए 37 साल बाद हम पर विश्वास किया है, इसलिए जनता ने बीजेपी को चुना है.
समाजवादी पार्टी पर साधा निशाना
राजनीति में राजनीति होती है, कुछ पार्टियां राजनीति की शिकार हैं. हम तो यही समझेंगे, समाजवादी पार्टी कुछ लोगों की वजह से राजनीति का शिकार हो रही है, नहीं तो समाजवादी पार्टी क्या थी और आज क्या है? मैं तो यही चाहूंगा समाजवादी पार्टी का नाम समाजवाद सभी समाज के अंदर एक समानता लाई जाए, अगर उसमें तोड़फोड़ हो रही है तो मतलब समाजवादी पार्टी अपने समाजवाद से अलग जा रही है. जो धर्म पर बोला है. धर्म के विरोध में आवाज उठाता है, उसे अधर्मी कहा जाता है, जनता का तंत्र है. लोकतंत्र में जनता जज है. जनता साइनिंग अथॉरिटी है, जिन नेताओं को जनता ने खुद ही अस्वीकार कर दिया हो, उनकी जुबान पर हम क्या कर सकते हैं.
पिछली सरकार की गलत नीतियां बदली जा रहीं
उन्होंने कहा कि जनपद में अधिकारियों के साथ विकास कार्यो की समीक्षा बैठक होती है. समस्याओं पर चर्चा होती है. हर सप्ताह कैबिनेट मीटिंग होती है जो पिछली सरकार की गलत नीतियों को को बदला जा रहा है. और जनता के बीच में जो नीतियां चाहिए वह लाई,जा रही हैं. जो नीति नीचे से ऊपर जाती है, वह कैबिनेट में रखी जाती है. जनपद के जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों से बात की हैं निश्चित रूप से कुछ कमियां है और कुछ अच्छाइयां भी हैं. उन्होंने इन्हें जल्द सुधारने की बात कही. जनपद में मेडिकल कॉलेज बन रहा है जो 31 मार्च तक तैयार हो जाएगा. वहीं जनपद में देवकली महोत्सव में पहुंचकर मत्स्य मंत्री महोत्सव में लगाई गईं कृषि, यातायात, स्वास्थ्य विभाग और महिला समूह की प्रदर्शनियो को भी देखा और उनका उत्साह वर्धन भी किया जिसके बाद किसानों को कृषि यंत्र को बांटा.
दिया भगवान राम और निषादराज की मित्रता का हवाला
पत्रकारों से बात करते हुए फिर एक बार रामचरित मानस पर चल रहे विवाद को लेकर जहां समाजवादी पार्टी के दफ्तर के बाहर एक बैनर लगाया गया है, जिस पर लिखा है गर्व से कहो हम शुद्र हैं, इससे जुड़े सवाल पर अध्यक्ष संजय निषाद ने कहा कि राजनीति के अंदर राजनीति होती है कुछ पार्टियां राजनीति की शिकार हैं हम तो यही समझेंगे समाजवादी पार्टी कुछ लोगों की वजह से राजनीति का शिकार हो रही है. भगवान राम और निषादराज की मित्रता है. भगवान राम और निषाद राज की बहुत बड़ी 56 फुट की मूर्ति बन रही है 18 परसेंट आबादी अंग्रेजों ने उजाड़ा था, सरकारों ने तो कहीं का नहीं छोड़ा था. मैंने जगाया, उन्हें आगे बढ़ाया, राजनीति में लाया. 18% आबादी इन लोगों से दूर हो गई. ये लोगों से वोट तो लेते थे लेकिन नोट, नौकरी और सुरक्षा की जब बात आती थी निषाद और छोटी जाति के हो जाते थे, इनके समय क्या हुआ था आज के समय में सभी जाति, सभी धर्म, सभी वर्ग के लोग एक समान हैं, बिना भेदभाव के हम लोग काम कर रहे हैं और उनको ये सब चीजें पच नहीं रही है. अंग्रेजों की तरह 'फूट डालो और राज करो' कर रहे हैं. भारत आस्था का केंद्र रहा है. भगवान राम के सहारे निषादराज को किला मिला है.
पीएम मोदी दिल्ली में सीधे बटन दबाते हैं और पहुंच जाता है खाते में पैसा
उन्होंने बजट को लेकर कहा कि अब खुद ही समझ सकते हैं कि अंग्रेज यहां आए उन को मारकर भगाए. 1 रुपया एक डॉलर एक पॉइंट के बराबर था, पिछली सरकार ने हमारी अर्थव्यवस्था को कहां पहुंचा दिया था, मैं अभी इंग्लैंड गया था तो वहां एक रुपये का बिस्कुट हमें 100 रुपये में खाना पड़ता था. वे 100 गुना अमीर हो गए, हम 100 गुना कमजोर हो गए, मैं धन्यवाद दूंगा मोदी जी को, अपनी सरकार को और जनता को कि विश्वास किया, उनके लिए काम किया. अर्थव्यवस्था में दुनिया मे हम पांचवें स्थान में आ गए हैं, हम आगे बढ़ रहे हैं.G20 का नेतृत्व कर रहे हैं. हमारी अर्थव्यवस्था आगे जा रही है और यह भारतीय जनता पार्टी है, हमारे देश के प्रधानमंत्री बोलते थे 100 दिल्ली से देते हैं तो 85 रुपये बीच में खा जाते थे 15 रुपया पहुंचता है, अभी मोदी जी सीधे दिल्ली में बटन दबाते हैं और सीधे किसानों के खाते में पहुंच जाता है, किसानों, नौजवानों, महिलाओं, शोषितों, दलितों, पीड़ितों सभी लोगों की चिंता योगीजी, मोदीजी, नड्डाजी, निषाद राज कर रहे हैं. इसी को देखते हुए मेरी सरकार बजट पास करती है. अभी उनकी पार्टी सत्ता से हट गई है, उनके हित में नहीं है तो वह थोड़ा बहुत तो उल्टा सीधा बोलेंगे ही.
तीस साल के सपा के काम की बात करें अखिलेश यादव
बीजेपी के इस बजट पर अखिलेश यादव की प्रक्रिया पर कहा गया था कि बीजेपी बजट का दशक पूरा कर रही है, इस पर मंत्री संजय निषाद ने कहा कि उनको अपने काम पर बोलना चाहिए कि हम इतने साल से 30 साल मैंने ये- ये पिछड़ों के लिए किया, महिलाओं के लिए, किसानों के लिए किया .उनको अपने काम की चर्चा करनी चाहिए. जनता उन्हें खिलाफ बोलने के लिए नहीं पसंद करे. वह अपने काम की बात करें. 30 साल तक काम तो किया नहीं, नाकामी को कैसे छुपया जाए. जिस उद्देश्य के लिए समाजवादी पार्टी बनी थी , समाजवादी पार्टी वह काम करे.
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