UP: भदोही की करुणालय ईसाई मिशनरी संस्था में नाबालिग की मौत, पुलिस पर लगा लापरवाही का आरोप
UP News: कुशीनगर की दलित लड़की ने भदोही शहर कोतवाली क्षेत्र के हरियांव ग्राम सभा के करुणालय नामक ईसाई मिशनरी संस्था में फांसी लगा ली है. परिजनों ने मामले में पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया है.
Bhadohi News: भदोही में नाबालिग लड़की का संदिग्ध अवस्था में फांसी के फंदे पर लटकता हुआ शव बरामद हुआ है. शहर के कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत एक ईसाई मिशनरी संस्था में नाबालिग दलित लड़की की मौत से सनसनी फैल गई है. जनपद पुलिस के मुताबिक कुशीनगर की रहने वाली दलित लड़की की मौत फांसी लगने से हुई है जिसकी जांच जारी है. वहीं मृतका के परिजनों ने सोशल प्लेटफॉर्म एक्स के माध्यम से पुलिस पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है.
पूरा मामला भदोही शहर कोतवाली क्षेत्र के हरियांव ग्राम सभा के करुणालय नामक ईसाई मिशनरी संस्था का है. कुशीनगर जिले के हनुमानगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत बेलवनिया बाजार कि रहने वाली 15 वर्षीय नाबालिग लड़की मधु का बीते 17 अगस्त 2024 की रात दुपट्टे से बने फंदे में लटकता शव बरामद हुआ था. एक्स पर मृतका के दादा शिवनाथ का एक शिकायती पत्र और वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वह कह रहे है कि लड़की की मौत रात में हुई और सुबह अगले दिन इसकी जानकारी दी गई.
मृतका के परिवार ने की इंसाफ की मांग
संदिग्ध अवस्था में नाबालिग मधु की मौत से उसके दादा भी आहत है. गमगीन दादा ने कहा की डेढ़ साल पहले ही ईसाई मिशनरी वाले यहां से यह कहकर ले गए की वहां खाना पीना साफ सफाई और सेवा करेगी और इसके बदले उसे मेहनताने के रूप में 5 हज़ार रुपए भी मिलेंगे लेकिन क्या पता था कि बेटी के साथ ऐसा हो जायेगा. उन्होंने शासन प्रशासन से मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की.
वहीं नाबालिग दलित बेटी के संदिग्ध परिस्थितियों में मौत का मामला बढ़ते देख भदोही पुलिस ने इस बाबत अपने एक्स के माध्यम से बयान जारी किया. अपर पुलिस अधीक्षक तेजवीर सिंह ने बताया कि 17 अगस्त की रात्रि में सूचना प्राप्त हुई कि भदोही शहर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम हरियांव स्थित ईसाई मिशनरी के सामाजिक संस्था करुणालय में 17 वर्ष 7 माह की मधु नामक लड़की ने आत्महत्या कर लिया है जो पिछले एक वर्ष से संस्था में सहायिका के रूप में कार्यरत थी. एएसपी ने बताया की उनके माता पिता की तरफ से कोई शिकायत नहीं मिली है.
पुलिस की कार्यप्रणाली पर उठे सवाल
हालांकि नाबालिग दलित बेटी की संदिग्ध अवस्था में फांसी के फंदे से मौत के प्रकरण में मृतका के मां-बाप द्वारा कोई शिकायत नहीं करने पर पुलिस ने तेजी दिखाते हुए रटा रटाया बयान जारी कर इसे आत्महत्या बता दिया है.सवाल यह है कि जिस संस्था के अंदर एक नाबालिग लड़की आत्महत्या कर लें और उसी संस्था को पोस्ट मार्टम कर शव सौंप दिया जाना कितना वाजिब है?
इस मामले से परिजनों को अगले दिन अवगत कराना कहीं न कहीं सवाल खड़ा करता है. दूसरी तरफ कुशीनगर पुलिस ने दलित बेटी की उम्र 15 बताई तो वहीं भदोही पुलिस मृतका की उम्र 17 वर्ष 7 माह बता रही है. ऐसे कई सवाल खड़े हो रहे हैं, पुलिस जिसका जवाब देने से बच रही है. ऐसे में सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ की सरकार में पुलिस के ऊपर सवालिया निशान लगना लाज़िमी है.
ये भी पढ़ें: UP Crime: मुरादाबाद की ABM अस्पताल में नर्स से रेप, पुलिस ने डॉक्टर सहित तीन लोगों को किया गिरफ्तार