नोएडा: राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद में बृहस्पतिवार को हवा की गुणवत्ता में मामूली सुधार हुआ.प्रदूषण की जानकारी देने वाले ऐप ‘समीर’ के अनुसार ये शहर बुधवार को ‘डार्क रेड जोन’ में थे, जबकि बृहस्पतिवार को ये ‘रेड जोन’ में आ गए हैं.


ऐप के अनुसार बृहस्पतिवार सुबह नोएडा और ग्रेटर नोएडा में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 360 दर्ज किया गया, गाजियाबाद में यह सूचकांक 376 रहा. बुलंदशहर में एक्यूआई 384 रहा, हापुड़ में 178, फरीदाबाद में 314, गुरुग्राम में 315 दर्ज किया गया.


वायु प्रदूषण बढ़ने की वजह से एनसीआर में लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. लोगों को सांस लेने में परेशानी हो रही है, तथा आंखों में जलन हो रही है.


वायु प्रदूषण रोकने के लिए 15 अक्टूबर से ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) लागू है, लेकिन इसका असर नहीं दिख रहा है.


हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में कई दिनों से किसानों के प्रदर्शन के कारण वाहनों की आवाजाही प्रभावित होने से वायु गुणवत्ता में मामूली सुधार हुआ है.


वहीं दिल्ली की वायु गुणवत्ता बृहस्पतिवार को ‘बहुत खराब’ श्रेणी में बनी रही और आगामी दो दिन भी इसमें कोई सुधार होने की उम्मीद नहीं है.


शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) सुबह नौ बजे 342 रहा. बुधवार को शहर में 24 घंटे का औसत एक्यूआई 373 था. यह मंगलवार को 367, सोमवार को 318 और रविवार को 268 था.

शून्य से 50 के बीच एक्यूआई ‘अच्छा’, 51 और 100 के बीच एक्यूआई ‘संतोषजनक’, 101 और 200 के बीच एक्यूआई ‘सामान्य’ 201 और 300 के बीच एक्यूआई ‘खराब’, 301 और 400 के बीच एक्यूआई ‘बेहद खराब’ और 401 से 500 के बीच एक्यूआई ‘गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है.

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