Rajeshwar Temple News: आगरा के शमशाबाद रोड स्थित प्राचीन राजेश्वर महादेव मंदिर (Rajeshwar Temple) ट्रस्ट ने बड़ा ऐलान किया है कि जिसमें सावन (Sawan) के महीने में मंदिर परिसर पर पूजा पाठ के सामग्री की दुकानें धर्म विशेष के लोगों को लगाने की अनुमति नहीं दी गई है. मंदिर के ट्रस्ट में सदस्य और विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारी जितेंद्र दैपुरिया ने इस बात का ऐलान करते हुए कहा कि भगवान महादेव के इस पावन पर्व में धर्म विशेष के लोग फल, फूल और पूजा-पाठ की सामग्री की दुकान लगाते हैं और हिंदू समुदाय के लोग उनसे ये सामग्री खरीदते भी हैं.
उन्होंने कहा अभी हाल ही में जो थूक कांड का जो वीडियो वायरल हुआ है, उससे लगता है की हमारी भावना और आस्था को ठेस पहुंचाने का धर्म विशेष के लोग काम करते हैं. लाखों रुपए सावन महीने में कमा ले जाने के बाद भी अगर धर्म भ्रष्ट करने का ये लोग प्रयास करेंगे तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जायेगा.
सावन में समुदाय विशेष नहीं लगा सकेंगे दुकान
मंदिर ट्रस्ट से जुड़े लोग आगे कहते हैं कि जो लोग 'सर तन से जुदा' जैसी तालिबानी सोच रखते हैं, उन्हें हम अपने मंदिर के बाहर सावन महीने में कारोबार करने की कैसे इजाज़त दे सकते हैं. इसलिए ना केवल राजेश्वर महादेव मंदिर बल्कि आगरा के सभी मंदिरों के प्रशासन से हमारी गुजारिश है कि धर्म विशेष के लोगों को सावन महीने में दुकानें नहीं लगाने दिया जाए. उन्होंने सावन महीने में राजेश्वर मंदिर में लगने वाले मेले में छिनैती और लूटपाट की घटनाओं के साथ ही महिलाओं के साथ छेड़छाड़ की घटनाओं के लिए धर्म विशेष के लोगों को जिम्मेदार ठहराया है. वहीं उन्होंने बताया कि इस साल 18 जुलाई को विशाल मेले का आयोजन प्राचीन राजेश्वर महादेव मंदिर में किया जायेगा.
लाखों भक्त करते हैं भगवान शिव के दर्शन
आगरा के हर कोने पर भगवान शिव के प्राचीन मंदिर हैं और शहर में भी बड़ी संख्या में शिवालय हैं जहां सावन के महीने में लाखों की भीड़ दर्शन के लिए मंदिर पहुंचती है. मंदिर प्रशासन के इस ऐलान पर अपर जिलाधिकारी नगर ए के सिंह का कहना है कि राजेश्वर मंदिर काफी प्राचीन मंदिर है. हरेक मंदिर की रीति रिवाज और परंपराएं होती हैं. ऐसे में मंदिर प्रशासन ने कोई फैसला किया है तो वो इस फैसले के लिए स्वतंत्र हैं.
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