IAS Divya Mittal Farewell Ceremony: अक्सर किसी भी नौकरी में ट्रांसफर होने आम बात होती है, एक अधिकारी जाता तो उसकी जगह दूसरी अधिकारी आ जाता है और काम का सिलसिला इसी तरह आगे बढ़ता रहता है, लेकिन कई बार कुछ ऐसे अधिकारी भी आ जाते हैं, जिनका वहां के लोगों से उस क्षेत्र से दिल का रिश्ता बन जाता है और ऐसे अधिकारियों का जब ट्रांसफर होता है तो वो पल दोनों को भावुक कर देने वाला होता है. ऐसा हुआ मिर्जापुर में, जब यहां की डीएम दिव्या मित्तल के तबादले के आदेश आ गए. जिसके बाद लोगों अपने चहेती अफसर को ऐसी विदाई दी कि हर कोई देखता रह गया. 


मिर्जापुर की डीएम दिव्या मित्तल की विदाई का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसके बाद हर कोई इसे लेकर चर्चा कर रहा है. ये वीडियो उनके विदाई कार्यक्रम का है, जिसमें उनके ऊपर लोगों ने गुलाब के फूलों की पंखुड़ियों से बारिश कर दी. लोगों ने उन्हें बीच में बिठाया गुलाब की पंखुड़ियों से उन पर बारिश कर दी और भारत माता की जय के नारे लगाए. लोगों का ये प्यार देखकर आईएएस दिव्या मित्तल भी बेहद भावुक नजर आईं. मिर्जापुर की डीएम की विदाई का ये वीडियो लोगों को काफी पसंद आ रहा है और वो इस पर दिल खोलकर अपनी प्रतिक्रियाएं भी दे रहे हैं. 



लोगों के प्यार देखकर भावुक हुईं डीएम


आईएएस दिव्या मित्तल ने भी मिर्जापुर से मिले इस प्यार पर आभार जताया और अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर भावुक पोस्ट करते हुए सभी को धन्यवाद किया, उन्होंने लिखा, आज घर से सामान बांधते हुए हाथ और मन दोनों बहुत भारी है. सरकारी नौकरी में आना-जाना तो चलता ही रहता है परंतु मीरजापुर ने जितना प्रेम मुझे दिया है उसको मैं जीवन पर्यंत नहीं भूल पाऊंगी. माता का मंदिर, गंगा जी का सानिध्य मुझे दुनिया में और कहां मिलेंगे. साक्षात शक्ति का निवास है जनपद में ऐसा मेरा मानना है. आप सभी का मैं हृदय की गहराइयों से आभार व्यक्त करती हूं. मेरा नंबर बहुत अधिक कॉल एवं मैसेज आने की वजह से नेटवर्क जाम है. आप सभी से निवेदन है कि कृपया मैसेज भेज दें और मैं सभी को जवाब देने का पूरा प्रयत्न करूंगी. 



जानें- आईएएस दिव्या मित्तल से जुड़ी बातें


आपको बता दें कि दिव्या मित्तल 2013 बैच की यूपी कैडर की आईएएस अधिकारी हैं. वो मूल रूप से हरियाणा के रेवाड़ी की रहने वाली हैं. उन्होंने दिल्ली से स्कूली शिक्षा ली और फिर आईआईटी दिल्ली से बीटेक की डिग्री हासिल की. इसके बाद आईआईएम बेंगलुरु से उन्होंने एमबीए की डिग्री हासिल की. इसके बाद वो लंदन में नौकरी के लिए चली गईं. एक साल नौकरी के बाद वो वापस भारत आईं और उन्होंने सिविस सेवा की तैयारी शुरू की. साल 2012 में उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा पास की और उन्हें गुजरात का कैडर मिला, इसके बाद अगले साल 2013 में उन्होंने फिर से ये परीक्षा दी और उन्हें यूपी का कैडर मिला.