Mirzapur News: मिर्जापुर में सरकारी स्कूलों में दाखिले की लगी होड़, प्राइवेट स्कूलों से कटवाए जा रहे नाम
मिर्जापुर (Mirzapur) में सरकारी स्कूलों (Govt School) में दाखिले की मांग बढ़ गई है. यहां अभिभावक अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूल की जगह सरकारी स्कूलों में दाखिला दिलवा रहे हैं.
Mirzapur News : एक ओर जहां देश में सरकारी स्कूलों की संख्या की तुलना में प्राइवेट स्कूलों (Private School) की संख्या बढ़ रही है, वहीं मिर्जापुर (Mirzapur) के सरकारी स्कूलों (Govt School) में इस वर्ष बड़ी संख्या में बच्चों ने दाखिला लिया है. मिर्जापुर के सरकारी स्कूलों में दाखिले की होड़ लगी हुई है. आलम यह है कि सीट फुल हो गए हैं लेकिन दाखिले की मांग कम नहीं हो रही है. स्कूल ने हाथ खड़े करते हुए कहा है कि उनके पास बच्चों को बिठाने की जगह नहीं है. बताया जा रहा है कि अभिभावक अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूलों से निकालकर उनका सरकारी स्कूलों में दाखिला दिलवा रहे हैं.
मिर्जापुर के परिषदीय स्कूल प्राइवेट नर्सरी स्कूलों से बहुत आगे निकल चुके हैं . यहां व्यवस्था अच्छी कर दी गई है. बच्चों को बैठने के लिए टेबल और कुर्सियां दी जा रही हैं वहीं हाईटेक सिस्टम से शिक्षक बच्चों को देश और दुनिया की शिक्षा दे रहे हैं. एक प्राइवेट नर्सरी स्कूल की तुलना में सरकारी स्कूलों में ज्यादा संसाधन मौजूद हैं जिसे पाने की हसरत एक जागरूक अभिभावक के साथ छात्र भी रखते हैं. जनपद के ऐसे दर्जनों स्कूलों में बच्चों के दाखिले के लिए अभिभावकों की लाइन लगी हुई है. कुछ स्कूलों में हालत ऐसे हैं कि सीट से अधिक कहीं छात्रों को दाखिला देना पड़ा है.
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एक प्राथमिक स्कूल के प्रिंसिपल दिनेश पांडेय ने दाखिले की दौड़ पर बताया, 'स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों के भविष्य को लेकर अध्यापक भी काफी जागरूक है, एक अच्छे वातावरण के साथ ही अच्छी शिक्षा देकर देश के भविष्य का निर्माण कर रहे हैं.' जबकि असिस्टेंट प्रिंसिपल राकेश भट्ट का कहना है कि छात्र भी सरकारी स्कूल में दाखिले के बाद काफी खुश है पहले की पढ़ाई से जहां पिछड़ रहे थे अब सरकारी स्कूल में आकर अच्छी पढ़ाई मिलने से उनकी मेधा का बढ़िया विकास हो रहा है.
हमने इस दौरान एक बच्चे के अभिभावक ओमप्रकाश से बात की तो उन्होंने कहा कि हम बच्चों को सरकारी स्कूल में इसलिए दाखिला दिलवा रहे हैं क्योंकि हम वहां की पढ़ाई से संतुष्ट हैं. उधर, दाखिला बढ़ने से बेसिक शिक्षा विभाग भी काफी खुश है क्योंकि अब उसके स्कूलों की स्थिति प्राइवेट नर्सरी स्कूलों से बेहतर हो रही है और छात्रों के दाखिले के लिए अभिभावकों की लाइन लगी है. बेसिक शिक्षा अधिकारी का कहना है कि ऐसे स्कूलों की संख्या बढ़ाई जा रही है.