UP News: उत्तर प्रदेश में स्थित मिर्जापुर जिले के कछवा थाना क्षेत्र के विदापुर किशोरी के सुसाइड नोट छोड़कर गंगा में कूदने की बात फर्जी निकली है. लापता किशोरी को पुलिस ने लखनऊ से सकुशल बरामद किया है. गंगा नदी पर छोड़ा गया सुसाइड नोट फर्जी और मनगढ़ंत पाया गया है. गठित एसआईटी के सहयोग से पुलिस अधीक्षक ने फर्जी सुसाइड नोट का शुक्रवार को खुलासा किया. सुसाइड नोट एक अक्टूबर को मिला था. दरअसल, कछवा थाना क्षेत्र के गंगा नदी पर बने भटौली पुल पर एक अक्टूबर को सुसाइड नोट मिला था, जिसमें किशोरी ने दुष्कर्म का आरोप लगाकर नदी में कूदने की बात कही थी. सुसाइड लेटर छोड़ कर किशोरी लापता हो गयी थी. 


किशोरी के घर वापस नहीं आने पर परिजनों ने इसकी शिकायत पुलिस से की थी. परिजनों ने पुलिस को बताया कि सुसाइड नोट का एक भाग घर के कमरे में और दूसरा भाग नदी के किनारे मिला था. सुसाइड लेटर में किशोरी ने लिखा था कि "मुझे माफ करना अब मैं जीना नहीं चाहती हूं. इसलिए सुसाइड करने जा रही हूं. मुझे पता है कि मेरी वजह से आप लोगो को बड़ी तकलीफ़ हुई है, लेकिन अब नहीं चाहती हूं कि कोई तकलीफ हो. बरैनी पुल पर कुछ छोड़ दूंगी ले लेना."


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लड़की ने लगाया था आरोप
परिजन जब पुलिस को लेकर बरैनी पुल पर पहुंचे तो वहां लड़की का समान, कपड़े और सुसाइड लेटर मिला था. जिसमें लिखा था कि मुझे न्याय चाहिए. मेरे साथ गलत हुआ है, कुछ लड़कों ने किया है. उसका नाम आशीष है. पुलिस वालों ने 4 दिन रख कर उसे छोड़ दिया है. ऐसा क्यों किया. पत्र जिसे मिले वह पुलिस को दे दे. पुलिस ने लड़की को बरैनी पुल के पास फ्लड टीम द्वारा लगातार गंगा में खोज किया. एसपी ने शव न मिलने पर एसआईटी का गठन किया था. एसपी सिटी के नेतृत्व में गठित SIT टीम को सर्विलांस की मदद और गहन जांच के बाद सफलता मिली. जिन्हे परिजन मृतक मान रहे थे उसे लखनऊ से सकुशल बरामद किया गया. किशोरी को सकुशल बरामद करने के बाद एसपी ने कहा कि अभी जांच जारी है. मामले की तह तक जाकर साजिश का पर्दाफाश किया जाएगा.


क्या कहा एसपी ने? 
एसपी मिर्जापुर संतोष कुमार मिश्रा ने बताया कि जनपद मिर्जापुर में एक अक्टूबर को थाना कछवा पर एक घटना की सूचना मिली थी. जिसमें की एक युवती के द्वारा सुसाइड नोट रखकर पुल से गंगा नदी में कूदने की बात सामने आई थी. इस सूचना को गंभीरता से लेते हुए मैं अपनी पूरी टीम के साथ ही मौके पर पहुंचा. वहां गोताखोर एसडीआरएफ की टीम लगाई गई. लगाकर पूरी नदी में उनको ढूंढने का प्रयास करने के साथ ही थाने में मुकदमा भी पंजीकृत कराया गया. सुसाइड नोट में आरोप भी लगाए गए थे, जिसके संबंध में मैंने एक एसआईटी टीम जांच के लिए गठित की गई थी. लगातार हम लोग इस पर एक महीने से काम कर रहे थे, ना तो इसमें बच्ची का शव मिला था और ना ही उसके कहीं होने का पता चल रहा था.


एसपी ने बताया कि जांच के दौरान मिर्जापुर पुलिस को इसमें बड़ी सफलता हाथ लगी. सुसाइड नोट लिखने वाली किशोरी को हमने सकुशल बरामद कर लिया है. कई नंबरों पर हम मैनुअल और सर्विलांस के आधार पर काम कर रहे थे. बच्ची के होने की सूचना हमें लखनऊ में प्राप्त हुई थी. टीम के द्वारा विधिक कार्रवाई करते हुए बच्ची को बरामद कर लिया गया. इस मामले में अग्रिम कार्रवाई कराई जा रही है, लेकिन ये बात स्पष्ट है कि एक अक्टूबर थाना कछवा में पुल के पास जो सुसाइड नोट मिला था और उस बच्ची के घर पर जो सुसाइड नोट मिला था, वो निराधार पाए गए. अब इसमें हम जांच कर रहे हैं कि क्या ये एक साजिश के तहत किया गया था और अगर साजिश के तहत था तो इसमे कौन कौन लोग शामिल थे. इसपर भी हम जांच करेंगे, लेकिन प्रथम दृष्टिया बच्ची के हित को ध्यान में रखते हुए हम लोग इसमें कार्य करेंगे.