Lok Sabha Election 2024: उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव संपन्न होने के बाद अब भारतीय जनता पार्टी (BJP) आगामी लोकसभा चुनाव (Lok Sabh Election) की तैयारियों में जुट गई है. बीजेपी ने इस बार यूपी की सभी 80 लोकसभा सीटों को जीतने को लक्ष्य रखा है. इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए पार्टी एक महीने तक महा जनसंपर्क अभियान चलाने जा रही है, तो वहीं अब बीजेपी की तैयारी सरकार के कुछ मंत्रियों को लोकसभा चुनाव लड़ाने की भी मानी जा रही है. माना जा रहा है कि बीजेपी निकाय चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करने वाले सरकार के कुछ मंत्रियों को लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार बना सकती है.
मिशन 80 को पाने के लिए बीजेपी उत्तर प्रदेश में लगातार अपनी तैयारी में जुटी है. 30 मई से लेकर 30 जून तक बीजेपी का जहां महा संपर्क अभियान चलेगा तो वही अब बीजेपी की तैयारी है कि सरकार के कुछ बड़े चेहरों को भी चुनाव मैदान में उतारा जाए. पार्टी ने इसके लिए अपनी तैयारी भी शुरू कर दी है. दरअसल कुछ मंत्रियों की उनके क्षेत्र में क्या लोकप्रियता है इसको लेकर पार्टी एक रिपोर्ट तैयार करा रही है. खबरों की माने तो सरकार में कुछ बड़े चेहरे लोकसभा चुनाव में अपनी ताल ठोक सकते हैं.
भूपेंद्र सिंह चौधरी ने दिए संकेत
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने भी इस बात के संकेत दिए हैं उनका कहना है कि चुनाव कौन लड़ेगा कौन नहीं, इसे लेकर बीजेपी में चयन की एक प्रक्रिया है, लेकिन सरकार के मंत्री भी पार्टी के कार्यकर्ता हैं और अगर पार्लियामेंट्री बोर्ड कोई निर्णय लेगा तो वो सभी के लिए मान्य होगा. चर्चा इस बात की है कि इस बार रायबरेली, प्रयागराज, उन्नाव, कानपुर, फतेहपुर, बरेली, पीलीभीत, लखीमपुर, बलिया, मैनपुरी की लोकसभा सीटों पर बड़े चेहरों को चुनाव मैदान में उतारा जा सकता है.
मिशन 2024 के लिए बीजेपी की रणनीति
बीजेपी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में भी सरकार के चार मंत्रियों को उम्मीदवार बनाया था तब बीजेपी ने कैबिनेट मंत्री रहे एसपी सिंह बघेल, रीता बहुगुणा जोशी, सत्यदेव पचौरी और मुकुट बिहारी वर्मा को लोकसभा का चुनाव लड़ाया था और इसमें बीजेपी को 3 सीटों पर जीत भी हासिल हुई थी. ऐसे में बीजेपी इस बार संख्या बढ़ा सकती है. हालांकि विपक्षी दल कह रहे हैं कि इस बार लोकसभा का चुनाव उत्तर प्रदेश में बीजेपी के लिए बहुत चुनौतीपूर्ण होने जा रहा है.
जाहिर है 2024 के लोकसभा चुनाव बीजेपी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है और इसीलिए माना जा रहा है कि इस बार बीजेपी कुछ वर्तमान सांसदों का टिकट काटकर उनकी जगह सरकार के कुछ मंत्रियों को मौका दे सकती है. वहीं हाल ही में हुए निकाय चुनाव में जिन मंत्रियों ने अपने क्षेत्र में अच्छा परफॉर्म किया है उन्हें भी पार्टी चुनाव मैदान में उतार कर अपनी जीत की राह को और आसान करने की कोशिश कर सकती है. हालांकि विपक्षी दल कहीं ना कहीं इस चुनाव में बीजेपी को घेरने के लिए एक साथ एक मंच पर आ सकते हैं.
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