MotoGP बाइक रेस के विरोध में उतरीं मिथिलेश भाटी, नोएडा विकास प्राधिकरण को बताया 'लप्पू सा'
Noida News: इन दिनों सचिन मीणा और सीमा हैदर पर टिप्पणी करने वाली मिथिलेश भाटी का एक अन्य वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. जिसमें वह नोएडा विकास प्राधिकरण को 'लप्पू सा' बताते नजर आ रही हैं.
MotoGP Bike Race in Noida: सचिन मीणा और सीमा हैदर पर टिप्पणी कर सुर्खियों में आई मिथिलेश भाटी का इन दिनों एक और वीडियो सामने आया है. इसमें वह नोएडा विकास प्राधिकरण पर निशाना साधते और उसे ट्रोल करते नजर आ रही हैं. वीडियो में मिथिलेश भाटी नोएडा विकास प्राधिकरण को झिंगुर और लप्पू सा बताने के साथ ही उन्होंने नोएडा में होने वाली मोटी जीपी बाइक रेस का विरोध किया है.
दरअसल 22 से 24 सितंबर तक नोएडा के बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट पर MotoGP Bike Race का आयोजन होना है. इस बाइक रेस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के शामिल होने की उम्मीद लगाई जा रही हैं. वहीं दूसरी ओर किसान संगठन इस रेस का विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इसे लेकर किसानों ने शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन किया, जिसमें शामिल होने मिथिलेश भाटी भी पहुंची थी.
सीमा हैदर पर टिप्पणी कर चर्चा में आई मिथिलेश भाटी अब MotoGP Bike Race रोकना चाहती हैं।
— Greater Noida West (@GreaterNoidaW) September 8, 2023
प्राधिकरण को बताया लप्पू सा और उसके अधिकारियो को बताया झींगुर से है। pic.twitter.com/ruNlA2rn1J
मिथिलेश भाटी का वीडियो वायरल
वायरल हो रहे वीडियो में मिथिलेश भाटी को यह कहते सुना जा सकता है कि 'ये जो रेस हो रही है, इसे रोकना है. प्राधिकरण हमारे सीने पर बैठा हुआ है, जिसे नीचे उतारना है. है क्या प्राधिकरण, इसने समझ क्या रखा है.' इस दौरान उन्होंने प्राधिकरण को लप्पू सा बताते हुए इसके अधिकारियों को झिंगुर सा बता दिया. मिथिलेश भाटी ने आगे कहा कि प्राधिकरण के अधिकारी तिनके जितना काम करते हैं, जो किसान तक पहुंचते-पहुंचते हवा में उड़ जाते हैं.
बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट के बचे मुआवजे को लेकर हो रहा विरोध
दरअसल बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट बनाए जाने के लिए नोएडा प्राधिकरण ने साल 2009 में जेपी ग्रुप को किसानों की 1000 हेक्टेयर जमीन अलॉट की थी. जिसमें किसानों को अभी तक 64.7 प्रतिशत का अतिरिक्त मुआवजा नहीं दिया गया. यहीं कारण है कि किसान संगठन इस बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट पर होने वाली रेस का विरोध कर रहे हैं.