लखनऊ, एबीपी गंगा। उत्तर प्रदेश के रायबरेली सदर सीट से कांग्रेस विधायक अदिति सिंह के पिता अखिलेश सिंह का लंबी बीमारी के बाद मंगलवार सुबह निधन हो गया। लखनऊ के एसजीपीजीआई में उन्होंने आखिरी सांस ली। 60 वर्षीय अखिलेश सिंह लंबे लमय से कैंसर सेपीड़ित था। उनका इलाज सिंगापुर में भी चला था और लखनऊ स्थिति पीजीआई में वो रूटीन चेकअप के लिए आया करते थे।
तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें अस्पताल लाया गया, जहां मंगलवार तड़के उनका निधन हो गया। अखिलेश सिंह का पार्थिव शरीर रायबरेली स्थिति उनके पैतृक गांव लालूपुर पहुंचेगा। जहां उनका अंतिम संस्कार होगा।
गौरतलब है कि अखिलेश सिंह को रायबरेली की राजनीति में बेताज बादशाह कहा जाता रहा है। कई दशकों तक उनका रायबरेली में झंडा बुलंद रहा। अब उनकी इसी राजनीतिक विरासत को उनकी बेटी अदिति सिंह संभाल रही हैं, जो 2017 का चुनाव जीतकर विधायक बनी हैं।
पांच बार रायबरेली सीट से रहे विधायक
पूर्व कांग्रेसी नेता अखिलेश सिंह को दबंग नेता माना जाता रहा। वो पांच बार रायबरेली सीट से जीतकर विधायक बने। सबसे हैरानी की बात ये है कि कांग्रेस की टिकट पर चुनाव जीतने के बाद भी उनका गांधी परिवार से 36 का आंकड़ा रहा। अपने सियासी सफर को कांग्रेस से शुरू करने वाले अखिलेश को राकेश पांडेय हत्याकांड के बाद पार्टी से निकाल दिया गया था। जिसके बाद वो कई बार निर्दलीय विधायक चुने गए।
साल 2012 में उन्होंने पीस पार्टी से हाथ मिला लिया। इस दौरान उन्होंने गांधी परिवार का घेराव करने का कोई भी मौका नहीं छोड़ा। ये भी कहते हैं कि अखिलेश का इतना खौफ था, कि कांग्रेस नेता उनके डर से पोस्टर तक नहीं लगा पाते थे। इतना ही नहीं, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की रैलियों से ज्यादा भीड़ उनकी रैली में देखने को मिलती थी।
यह भी पढ़ें:
देखिए, सुषमा स्वराज की 67 कहांनियां। जानिए, सुषमा स्वराज के अनसुने किस्से ।
सुषमा मेरे लिए....'मदर इंडिया', 'मदर टरेसा' या 'अलादीन की जीनी'