UP Politics: विधान परिषद चुनाव में कांग्रेस के वोट न डालने पर विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्र ने पार्टी का बचाव किया है. उन्होंने कहा कि हमारे पास पर्याप्त संख्या नहीं थी, खरीद-फरोख्त की बातें सामने आ रही थीं और भावनाओं को बांटने का भी प्रयास किया जा रहा था. इसलिए कांग्रेस ने गंदी राजनीति से दूर रहने का फैसला किया. हमारी पार्टी सिद्धांत पर कायम रही. उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रदेश की जनता के लिए कल भी लड़ी थी और आगे भी लड़ेगी. कांग्रेस ने हमेशा जनता के मुद्दों पर लड़ाई की है. हमने अपने सर्वाइवल की नहीं बल्कि देश के लिए लड़ाई की. हमारी संख्या कम हो सकती है लेकिन जज्बा कम नहीं हो सकता.


विधान परिषद चुनाव में वोटिंग से दूर रहने का मामला


विधान परिषद चुनाव में वोटिंग से दूर रहने पर कांग्रेस और सपा के बीच खटास बढ़ने के मुद्दे पर भी उन्होंने प्रतिक्रिया दी. आराधना मिश्र ने कहा कि बहुत सारे मुद्दों पर कांग्रेस ने अग्रणी भूमिका निभाई. पिछले एक साल में कांग्रेस ने समान विचारधारा वाली पार्टी को एक प्लेटफार्म पर लाने का प्रयास किया. उन्होंने कहा कि गठबंधन में हर किसी की भावना का सम्मान करना पड़ता है. गठबंधन बनने पर सबकी भावनाओं को साथ रखकर आगे चलेंगे. उन्होंने कहा कि बीजेपी लोकतंत्र का विध्वंस कर रही है. आज महंगाई, बेरोजगारी, बेटियों के साथ दरिंदगी होने पर भी बीजेपी मौन है.


कांग्रेस ने बसपा प्रमुख मायावती से पूछ लिया सवाल


मायावती के ट्वीट पर आराधना मिश्र ने कहा कि विधान परिषद चुनाव सीक्रेट बैलेट से होता है. बहन जी को कैसे मालूम चला कि किस पार्टी के कैंडिडेट की जीत और हार होगी. मतगणना के बाद जीत-हार का खुलासा होता. मायावती को अंदरखाने की जानकारी रहने पर उन्होंने टिप्पणी करने से इंकार कर दिया. बसपा का भी एक वोट था. विधान परिषद चुनाव में नहीं पड़ा. हो सकता है राष्ट्रीय अध्यक्ष का फैसला रहा हो. वोटिंग से दूर रहने के फैसले का जवाब मायावती ही दे सकती हैं. 


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