हॉट स्पॉट के इलाकों में कारगर साबित हो रही है मोबाइल डिलीवरी वैन...घर तक पहुंच रहा जरूरत का सामान
लोग घर पर रहें और लॉक डाउन का ठीक से पालन करें, इसके लिये रामपुर जिला प्रशासन ने सराहनीय पहल की है। यहां मोबाइल वैन की शुरुआत की गयी है।
रामपुर, एबीपी गंगा। कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के संक्रमण से बचाव के लिए केंद्र सरकार से लेकर राज्य सरकार व पूरा प्रशासनिक अमला लगा हुआ है। जिले और तहसील स्तर पर भी प्रशासन काम कर रहा है। रामपुर में सोशल डिस्टेंसिंग और लॉक डाउन का पालन कराने के लिए मोबाइल मेडिकल सर्विस की शरुआत की गयी है। जिससे पूरे जिले में लोगों की जरूरत के अनुसार उन्हें दवाइयां व अन्य जरूरत की चीजें उनके घरों तक डिलीवर कर दी जाए ताकि लोगों को अपने घरों से बाहर नहीं निकलना पड़ेगा और इससे वायरस के संक्रमण का खतरा भी काफी हद तक कम रहेगा। जिलाधिकारी के मुताबिक पूरे जिले में यह सेवा लागू की गई है। जिले के मुख्य हॉटस्पॉट टांडा में इस सेवा में विभिन्न मेडिकल स्टोर्स कर्मियों को लगाया गया है, जो मोबाइल मेडिकल सर्विस के माध्यम से लोगों को घर बैठे उनकी जरूरत का सामान और दवाइयां उपलब्ध करा रहे हैं।
इस संबंध में उप जिलाधिकारी टांडा कुमार गौरव ने बताया मोबाइल मेडिकल स्टोर की शुरुआत की गई है। जिलाधिकारी के निर्देशानुसार जितने हॉटस्पॉट जोन हैं, ग्रामीण क्षेत्र के इलाके हैं, ताकि लोग ज्यादा बाहर ना आए इसके लिए ई रिक्शा या मोबाइल वैन की शुरुआत की गई है। जिसमें दवाइयां और आवश्यक खाद्यान्न की वस्तुएं जैसे रूह अफजा, इसके अलावा सैनिटाइजर, मास्क इस तरह की जितनी चीजें हैं, वह सारी घर घर मुहैया कराने के लिए शुरुआत की गई है। उनके ज़ोन बांट दिए गए हैं, रिक्शा वहां पर जाएंगे संबंधित व्यक्ति को वह सर्विस देंगे। इसके अतिरिक्त अगर किसी को प्रिसक्रिप्शन ड्रग्स की जरूरत है तो वह अपना प्रिसक्रिप्शन देंगे उस गाड़ी में एक फार्मेसिस्ट भी है। वह प्रिसक्रिप्शन उनको देंगे और वह अगले दिन केमिस्ट की शॉप पर आएंगे और अगले दिन उनको वह आर्डर घर पर डिलीवर करेंगे ऐसे में लोगों को अनावश्यक घर से बाहर नहीं आना पड़ेगा और घर-घर तक दवाइयों और आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई होगी।
उप जिलाधिकारी ने बताया कोरोनावायरस संक्रमण के चलते ऐसे में यह सेवा बहुत कारगर साबित होगी। लोगों में पॉइंट ऑफ कांटेक्ट रिड्यूस हो रहा है सोशल डिस्टेंसिंग भी मैनेज हो रहा है। लोग घरों में ही रहेंगे बाहर नहीं आएंगे तो भीड़ भी नहीं होगी और जो ई रिक्शा चालक हैं, जिन्हें भिन्न-भिन्न जोन में बांटा गया है। उनको भी रोजगार मिल रहा है। क्योंकि वह विभिन्न ज़ोन्स में जा रहे हैं और लगभग कई घंटे रिक्शा चला रहे हैं। उनके टाइम फिक्स कर दिए गए हैं। ताकि लोगों को पता रहे कि इस समय रिक्शा चालक आएगा और उन्हें किसी चीज की आवश्यकता है तो वह उससे खरीद सकते हैं। ऐसे में लोगों में परेशानी नहीं होगी और जो लॉकग डाउन के नियम है उनका भी पालन हो सकेगा।