केंद्र की मोदी सरकार ने बुधवार शाम को चीनी सत्र 2024-205 के लिए गन्ने की एफआरपी में वृद्धि की है. लोकसभा चुनाव से पहले सरकार के इस फैसले का उत्तर प्रदेश में बड़ा असर पड़ेगा. इसी कड़ी में सीएम योगी आदित्यनाथ ने केंद्र के फैसले का स्वागत किया है. उन्होंने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा- किसान बंधुओं की आय को दोगुना करने हेतु डबल इंजन की सरकार संकल्पित है. इसी क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय कैबिनेट ने चीनी सीजन 2024-25 के लिए गन्ने के 'Fair and Remunerative Price' (FRP) में 8% की वृद्धि करते हुए ₹340/क्विंटल निर्धारित किया है. 'कृषक-कल्याण' हेतु लिए गए इस अभिनंदनीय निर्णय के लिए आपका आभार प्रधानमंत्री जी.
बता दें केंद्र सरकार ने बुधवार को 2024-25 सत्र के लिए गन्ने का उचित व लाभकारी मूल्य (एफआरपी) 25 रुपये बढ़ाकर 340 रुपये प्रति क्विंटल करने की मंजूरी दी. गन्ने का नया सत्र अक्टूबर से शुरू होता है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार के 2014 में सत्ता में आने के बाद यह अब तक की सबसे बड़ी एफआरपी है. मात्रा के संदर्भ में, यह दूसरी बार है जब मोदी सरकार ने एफआरपी में एक बार में 25 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि की है.
गन्ने की एफआरपी बढ़ाने का फैसला प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) की बैठक में लिया गया. यह कदम आम चुनाव से पहले उठाया गया है. गन्ना मुख्य रूप से महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और कर्नाटक में उगाया जाता है.
सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने यहां संवाददाताओं से कहा कि सीसीईए ने 2024-25 के लिए 10.25 प्रतिशत की चीनी रिकवरी दर पर गन्ने की एफआरपी 340 रुपये प्रति क्विंटल को मंजूरी प्रदान कर दी है. उन्होंने कहा, 'यह गन्ने की अब तक की सबसे अधिक कीमत है, जो मौजूदा सत्र 2023-24 के लिए गन्ने की एफआरपी से लगभग आठ प्रतिशत अधिक है.'