मोदी सरकार 2 का एक साल पूरा हो चुका है. ये एक साल कैसा रहा. सरकार की क्या उपलब्धियां रहीं और उसे किस तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ा. आने वाले समय के लिए सरकार की क्या रणनीति रहेगी. कोरोना संकट काल में हुए नुकसान से उभरने का क्या प्लान है. इन सभी मुद्दों पर बात करने से लिए एबीपी गंगा ने ई-कॉन्क्लेव का आयोजन किया. मोदी सरकार 2 का एक साल पूरा होने के साथ ही एनडीए सरकार को 6 साल भी पूरे हो चुके हैं. सरकार के मंत्रियों और विरोधी दलों के नेताओं का इस पूरे कार्यकाल को लेकर क्या कहना है. ये आप ई-कॉन्क्लेव के जरिए जान सकते हैं.
ई-कॉन्क्लेव Modi Ka Sixer में बीजेपी सांसद और दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी और बीजेपी नेता व कलाकर दिनेश लाल निरहुआ ने हिस्सा लिया. ई-कॉन्क्लेव में मनोज तिवारी ने कहा कि हम लोग भी मजदूर ही हैं. लॉकडाउन में हमको को तकलीफ हुई है. हमारी बेटी मुंबई में फंसी हुई है. मनोज तिवारी ने कहा कि लॉकडाउन में सरकार ने कई लोगों को राहत पहुंचाई है और पहली बार देश में फ्री राशन बांटा गया. कोरोना के खिलाफ जिस तरह से भारत जंग लड़ रहा है उसकी वजह से पूरी दुनिया में मोदी जी की तारीफ हुई है.
दिल्ली सरकार और महाराष्ट्र सरकार पर मनोज तिवारी ने बड़ा हमला करते हुए कहा कि, मजदूरों को अफवाहों में फंसाया गया. उन्होंने कहा कि हमें कुछ चीजें बहुत खटकी हैं. महाराष्ट्र को, राजस्थान को बस नहीं दी गईं, लेकिन कांग्रेस की बड़ी नेता प्रियंका गांधी जी यूपी को बस देना चाहती थीं. दिल्ली में कैसे मजदूरों को आनंद विहार बस स्टेशन पर जाने पर मजबूर किया गया. मुंबई के बांद्रा में मजदूरों की भीड़ को वहां इकट्ठा होने पर किसने मजबूर किया. मनोज तिवारी ने कोरोना काल में विपक्ष पर राजनीति करने का आरोप भी लगाया.
वहीं, ई-कॉन्क्लेव बीजेपी नेता दिनेश लाल यादव निरहुआ ने कहा कि लॉकडाउन में जो लोग अपने घर जा रहे हैं. उनसे मैं अनुरोध करूंगा कि वो नियमों का पालन करें और घर जाकर क्वारंटाइन में रहें. निरहुआ ने कहा कि इस संकट की घड़ी में घबराने की जरूरत नहीं है और ऐसे समय पर राजनीति नहीं होनी चाहिए थी. निरहुआ ने कहा कि जो मजदूर का दर्द और तकलीफ है, वो किसको दिखाएं. निरहुआ ने विपक्ष को निशाने पर लेते हुए कहा कि सब लोग महागठबंधन बनाकर कोरोना के खिलाफ लड़े होते, जैसे सब महागठबंधन बनाकर मोदी जी के खिलाफ खड़े हुए थे तो हालात और बेहतर होते.