पैरों से दिव्यांग फैजान जिम में बहाते हैं पसीना, पीएम मोदी के फिट इंडिया अभियान से हैं प्ररित
बाराबांकी के मोहम्मद फैजान के दोनों पैर कमजोर हैं लेकिन वे शरीर को फिट रखने में कहीं से कोई कसर नहीं छोड़ते. वे बैसाखी के सहारे 52 सीढ़ियां चढ़कर जिम जाते हैं और घंटों एक्सरसाइज करते हैं.
बाराबंकी: इस से बेहतर कर दिखायेंगे, हौसले में कमी नहीं, एक ख्वाब टूटा है, पर कोशिशें थकी नहीं. ये कहना है बाराबंकी के मोहम्मद फैजान का जिन्होंने प्रधानमंत्री के फिट इंडिया अभियान से प्रेरित होकर तमाम लोगों के बीच बैसाखी के सहारे सेहत के लिए जिम में पसीना बहा रहे हैं. पैरों से कमजोर बाराबंकी निवासी फैजान फारुखी ने बातचीत के दौरान बताया कि, बच्चों को ट्यूशन पढ़ाते हैं, उससे उन्हें पैसे मिलते हैं. घर परिवार को सहारा देने के साथ ही अपनी सेहत भी फिट रखने के लिए जिम आते हैं. उन्होंने देश के प्रधानमंत्री से प्रेरित होकर शरीर को फिट रखने के लिए सोचा. उन्होंने कहा कि, शरीर से नहीं इंसान दिमाग से स्वास्थ्य होना चाहिए. शहर मुख्यालय स्थित तीसरी मंजिल पर बैसाखी के सहारे 52 सीढ़ियों को चढ़कर जिम में आना जाना होता है, और आज उनका एक पैर खराब होने के बावजूद जिम की मशीनों पर वो हर एक एक्सरसाइज करते हैं जो सेहत को फिट रखती हैं.
फैजान का हौसला देखकर दंग हैं ट्रेनर
सच ही कहते हैं, जिस इंसान के अंदर हौसला होता है, वह अपने हौसले से सब कुछ हासिल कर सकता है. हौसला होना, हर इंसान के लिए बहुत जरुरी होता है. क्योंकि उसी मदद से वह अपनी सभी तरह की मुसीबतों से छुटकारा पा सकता है, जैसे बाराबंकी के फैजान कर रहे हैं. फैजान को देखकर अन्य युवा भी प्रेरणा ले रहे हैं. युवाओं को फिटनेस के लिए जागरूक कर रहे हैं. यूथ आइकॉन मोहमद असद साजिद ने बताया कि फैजान के हौसलों को देख उन्हें वे जिम में ट्रेनिंग देते हैं.
पीएम मोदी से हैं प्रेरित
वहीं, फैजान शरीर से दिव्यांग होने के बावजूद सेहत के प्रति काफी जागरूक हैं. उन्होंने बताया देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उन्होंने प्रेरणा ली. उन्होंने कहा आपका शरीर जबतक साथ देगा आपकी हर कोई मदद करेगा, जिस दिन शरीर ने साथ देना छोड़ दिया कोई साथ नहीं देता.
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