Jamit Ulema-E-Hind on Mohan Bhagwat: जमियत उलेमा-ए-हिन्द यूपी के कानूनी सलाहकार मौलाना काब रशीदी ने राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ के सरसंघ चालक मोहन भागवत पर निशाना साधा है. दरअसल, मोहन भागवत ने इंडिया की जगह भारत शब्द का इस्तेमाल करने की अपील की थी. भागवत पर पलटवार करते हुए मौलाना काब रशीदी ने कहा कि संघ सर संचालक भागवत को इस मामले में पहले भारत सरकार को समझाना चाहिए. क्योंकि केंद्र सरकार ने अपने बहुत से कार्यक्रमों को इंडिया नाम से चला रखा है जैसे कि स्किल इंडिया, खेलो इंडिया, स्टार्ट अप इंडिया. 


उन्होंने कहा कि भागवत को पहले सरकार को बताना चाहिए और प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी से इसका जवाब लेना चाहिए कि इन योजनाओं को भारत सरकार इंडिया नाम से क्यों चला रही है? रशीदी ने कहा कि सवाल यह नहीं है की देश का नाम इंडिया है या भारत है. संविधान में भारत नाम का प्रयोग किया गया है और संविधान की पहली लाइन जो प्रस्तावना है उसमें हम भारत के लोग और इसे अगर अंग्रेजी में कहेंगे तो WE THE PEOPLE OF INDIA है. उन्होंने कहा कि अगर इसका कोई ऐतिहासिक महत्व है तो आप पहले प्रधानमंत्री जी से पूछिए कि आपने ये इंडिया नाम कैसे जोड़ा?


मौलाना काब रशीदी ने कहा कि इंडिया शब्द के विरोध के पीछे की कहानी विपक्ष के इंडिया गठबंधन की वजह हो सकती है. उन्होंने कहा कि आप अभी तक शहरों, गाँवों और राज्यों के नाम बदल रहे थे क्या उनसे विकास हो सकता है? उन्होंने पूछा कि क्या नाम बदलने से भारत में बेरोजगारी कम हो सकती है. काब रशीदी ने कहा कि अगर आप हिन्दू राष्ट्र बनाना चाहते हैं तो देश के स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान कर रहे हैं. हमारा देश दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है. वहीं सूफी इस्लामी बोर्ड के राष्ट्रीय प्रवक्ता कशिश वारसी ने कहा कि केंद्र सरकार को इंडिया नाम से चलाई जाने वाली अपनी योजनाओं के नाम बदल देने चाहिए.


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