देहरादून। कोरोना संक्रमण के बीच उत्तराखंड में मानसून दस्तक देने जा रहा है. प्रदेश में एक तरफ कोरोना वायरस की वजह से संकट खड़ा हो गया है तो वहीं दूसरी तरफ मानसून की दस्तक से सरकार की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं. सरकार के सामने सबसे बड़ी चुनौती कोरोना वायरस के बढ़ते हुए संक्रमण पर नियंत्रण रखना है तो वहीं अब मानसून की दस्तक के बाद उत्तराखंड में चल रहे तमाम बड़े प्रोजेक्ट्स प्रभावित होंगे. चारधाम ऑल वेदर रोड, ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे परियोजना मझधार में लटकी हुई है. प्रदेश में लगातार सड़कों और पुलों की मरम्मत का कार्य चल रहा है ऐसे में मानसून के आने से काम प्रभावित होगा.
सचिव लोक निर्माण विभाग आरके सुधांशु ने बताया कि मानसून के सीजन को देखते हुए सभी जिलों के अधिकारियों को अलर्ट मोड़ पर रहने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही बरसात के सीजन में जो इंतजाम किए जाते हैं उनको किया जा रहा है. इसके अलावा कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए वे मजदूर घर चले गए हैं जो उत्तराखंड के बड़े प्रोजेक्ट जिसमें चारधाम ऑल वेदर रोड, ऋषिकेश-कर्णप्रयाग के बीच बनने वाली रेल परियोजना और अन्य सड़कों व पुलों की मरम्मत से जुड़े थे. मजदूरों की कमी होने के कारण बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है औप इसी वजह से कई कार्य लटके हुए हैं.
वहीं, मौसम विभाग की मानें तो मानसून में इस बार उत्तराखंड में ज्यादा बारिश देखने को मिल सकती है. ऐसे में पहले लोग कोरोना की वजह से तमाम तरह की परेशानियां झेल रहे हैं वहीं अब मानसून में होने वाली अधिक बारिश भी मुसीबत का कारण बनेगी. उत्तराखंड में आगामी 21 जून को मानसून दस्तक देने जा रहा है.