Moradabad News: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद से भाजपा के प्रत्याशी कुंवर सर्वेश सिंह का आज रविवार (21 अप्रैल) उनके पैतृक गांव रतूपुरा में अंतिम संस्कार किया गया. इस दौरान उनके अंतिम दर्शन के लिए काफी भीड़ जुटी, यूपी के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, यूपी भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी और मुरादाबाद के सपा सांसद डॉ एस टी हसन सहित कई बड़े नेता उनके घर पहुंचें और शोक व्यक्त किया.
बता दें कि शनिवार को देर रात सर्वेश सिंह का पार्थिव शरीर मुरादाबाद की ठाकुरद्वारा तहसील में स्थित उनके पैतृक गांव रतूपुरा लाया गया था. यहां उनके पार्थिव शरीर को उनके समर्थकों के अंतिम दर्शन के लिए रखा गया था. रविवार को दोपहर 2 बजे गांव में ही उनका अंतिम संस्कार किया गया. सर्वेश सिंह लंबे समय से बीमार थे और चुनाव शुरू होने से कुछ वक्त पहले भी वो डेढ़ महीने तक एम्स में भर्ती रहे थे. इस बार नॉमिनेशन कराने के बाद से ही सर्वेश सिंह पब्लिक डोमेन से दूर थे. बाद में पता चला कि वो दिल्ली में अस्पताल में भर्ती हैं और अपना इलाज करा रहे हैं.
सर्वेश सिंह नॉमिनेशन कराने के बाद प्रचार में कहीं नजर नहीं आए. हालांकि 12 अप्रैल को मुरादाबाद में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की रैली में वो मंच पर दिखे थे लेकिन तब सर्वेश खुद से खड़े भी नहीं हो पा रहे थे. गृह मंत्री अमित शाह के इशारा करने पर सर्वेश सिंह को उनके बेटे बढ़ापुर विधायक सुशांत सिंह ने सहारा देकर कुछ देर के लिए खड़ा किया था. उस दौरान सर्वेश के हाथ पर पट्टियां बंधी नजर आ रही थीं.
वहीं सर्वेश के भतीजे और उनके प्रतिनिधि रहे अमित कुमार ने बताया कि 19 अप्रैल को वोट करने के बाद सर्वेश सिंह शाम को दिल्ली चले गए थे. अमित ने बताया था कि सर्वेश सिंह को एडमिट किया था, दोपहर 3 बजे उन्हें तेज ठंड लगी और फिर हार्ट अटैक आया. इसके बाद डॉक्टरों ने पूर्व सांसद को बचाने की बहुत कोशिश की लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका.
मुरादाबाद के ठाकुरद्वारा तहसील में रतूपुरा गांव के रहने वाले सर्वेश सिंह की तीन पीढ़ियां सियासत में हैं. उनके पिता राजा रामपाल सिंह कांग्रेसी थे, वह चार बार ठाकुरद्वारा से विधायक बने. इसके अलावा अमरोहा लोकसभा सीट से एक बार सांसद चुने गए थे. सर्वेश सिंह ने अपनी राजनीति की शुरुआत भाजपा से की 1991 से 2007 तक वह लगातार ठाकुरद्वारा सीट पर चार बार विधायक चुने गए. साल 2007 में उन्हें विजय यादव से हार का सामना करना पड़ा. इसके बाद पांचवीं बार 2012 में सर्वेश सिंह ने फिर ठाकुरद्वारा विधानसभा सीट पर जीत दर्ज की. 2014 में मुरादाबाद सीट से लोकसभा का चुनाव जीतने के बाद सर्वेश सिंह ने विधानसभा से इस्तीफा दे दिया था.