UP News: सपा नेता आजम खान (Azam Khan) के समधी रिजवान खान की मुरादाबाद (Moradabad) में  निर्यात फैक्ट्री पर वाणिज्य कर विभाग की जीएसटी (GST) टीम की छापामार कार्रवाई लगभग चार घंटे चली. कार्रवाई के दौरान कागजात की जांच की गई. जांच टीम ने जीएसटी इनवाइस को फर्जी पाया. स्टेट जीएसटी के उपायुक्त ग्रेड वन कमलेश्वर प्रसाद वर्मा ने बताया कि निर्यातक रिजवान खान ने सेंट्रल जीएसटी से 2.75 करोड़ रुपये का रिफंड गलत तरीके से लिया था. रिजवान खान ने बताया कि 46.67 लाख रुपये जमा कर दिए हैं. उन्होंने वाणिज्य कर विभाग की   जीएसटी टीम के छापे को रूटीन सर्वे बताया. निर्यातक ने कहा कि रूटीन सर्वे हर दो तीन-महीने पर होता है. 


आजम खान के समधी की फैक्ट्री पर छापा


मामले को आजम खान से जोड़कर देखना ठीक नहीं है. रिजवान खान ने कहा कि हमारा परिवार गैर राजनीतिक है. लगभग शाम 4 बजे जीएसटी की तीन टीम रामपुर रोड पर भैंसिया गांव स्थित एक्सपोर्ट फैक्ट्री में पहुंची थी. पुलिस के साथ मौजूद जीएसटी की तीनों टीमों ने देर रात तक फैक्ट्री में सर्वे किया. डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि कार्रवाई शुरू होने तक टीम को पता नहीं था कि निर्यातक रिजवान खान सपा नेता आजम खां के समधी हैं. बता दें कि आजम खान के बेटे अदीब आजम से रिजवान खान की बेटी सिदारा खान की शादी हुई है.


चार घंटे की कार्रवाई में क्या हुआ खुलासा?


रिजवान खान रामपुर के रहने वाले हैं. उनकी मुरादाबाद में रामपुर रोड पर यूनिवर्सल आर्क एंटरप्राइजेज के नाम से एक्सपोर्ट फर्म है. फर्म ब्रास के उत्पाद बनाने और एक्सपोर्ट करने का काम करती है. राज्य वाणिज्य कर के उपायुक्त ग्रेड -1 कमलेश्वर प्रसाद वर्मा ने बताया कि एसआईबी की टीम अप्रैल से लेकर जुलाई तक के तमाम फर्जीवाड़ों की जांच कर रही है. जांच के दौरान एक व्यवसायी की फर्जी इनवाइस का मामला पकड़ में आया. टीम की जांच में पता चला कि आजम खां के समधी रिजवान खान की यूनिवर्सल फर्म ने उससे फर्जी आईएसटी जारी कराई थी.


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इसके बाद टीम निर्यातक रिजवान खान की फैक्ट्री पर पहुंची और मामले की जांच की. छानबीन में पता चला कि रिजवान खान ने फर्जी कागजातों के आधार पर दो करोड़ 75 लाख रुपये का सेंट्रल जीएसटी से रिफंड लिया था. गड़बड़ी पकड़े जाने पर निर्यातक ने 46 लाख 67 हजार रुपये विभाग को जमा किया है. आगे की कार्रवाई की जा रही है. वाणिज्य कर विभाग की जीएसटी टीम की छापेमारी से जीएसटी बिलों का फर्जीवाड़ा करनेवालों में हड़कंप मचा हुआ है. जीएसटी की जांच टीमें फर्जी बिलों के धंधेबाजों को खोज रही हैं. सूत्रों के मुताबिक मुरादाबाद में कई हजार करोड़ जीएसटी की गड़बड़ी की जांच हो रही है.