Moradabad Handicraft Industry: मुरादाबाद में हस्तशिल्प उत्पादन और निर्यात में कोरोना के बावजूद बढ़ोतरी देखने को मिली है. पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष 5% निर्यात बढ़ा है, 2019-20 में 3276 इकाइयां पंजीकृत हुई थीं, वहीं 2020-21 में ये बढ़कर 6405 हो गई हैं. मुरादाबाद के उपायुक्त उद्योग अनुज कुमार ने बताया की चीन हमारा सबसे बड़ा प्रतिद्वंदी है, और कोरोना काल में चीन सबसे अधिक प्रभावित हुआ था, जिसकी वजह से चीन में इंडस्ट्री काफी लम्बे समय बंद रही थीं, जबकि हमारे यहां सरकार ने फैक्ट्रियों को ज्यादा समय बंद नहीं होने दिया था और पीतल इंडस्ट्री को खोल दिया था. उन्होंने कहा कि जिसकी वजह से विदेशी ग्राहकों ने चीन से आर्डर रद्द कर हमे दे दिए और हमारे यहां आर्डर मिलने पर दिन-रात फैक्ट्रियों में काम होता रहा जिस वजह से मुरादाबाद का हैंडी क्राफ्ट उत्पाद पिछले साल के मुकाबले में काफी बढ़ गया.
अमेरिका और चीन के बीट कड़वाहट से मुकादाबाद को मिला फायदा
दी हैंडी क्राफ्ट एक्सपोर्टरस एसोसिएशन के सचिव और मुरादाबाद के बड़े निर्यातक सतपाल का कहना है की कोरोना के कारण अमेरिका और चीन के राजनीतिक रिश्तों में कड़वाहट आने की वजह से बहुत से अमरीकी ग्राहकों ने चीन से माल लेना बंद कर दिया था और मुरादाबाद से उन्होंने माल खरीदा, जिसकी वजह से यहां के निर्यातकों को काफी अच्छे आर्डर पिछले साल मिले. दूसरी तरफ अमेरिकी डॉलर भी लगभग दस प्रतिशत बढ़ गया उससे भी हमारे निर्यातकों को लाभ हुआ. डिमांड बढ़ने की वजह से मुरादाबाद के हस्तशिल्प उत्पादन और निर्यात में बढ़ोतरी हुई है.
पीतल के साथ ही इस साल लकड़ी और पत्थर के आइटम भी विदेशी ग्राहकों ने काफी मात्रा में खरीदे हैं. सतपाल का कहना है की टर्न ओवर जहां वर्ष 2019-20 में 8500 करोड़ था वहीं इस साल 2020-21 में यह बढ़ कर 9500 करोड़ हो गया. उन्होंने कहा कि लगभग एक हजार करोड़ रुपये का कारोबार कोरोना काल में बढ़ा है, हालांकि शिपिंग रेट पांच गुना बढ़ गये और डीजल पेट्रोल की महंगाई की वजह से ट्रांसपोर्टरों ने भी भाड़ा बढ़ा दिया, जिसके कारण टर्न ओवर बढ़ने के बावजूद मुनाफा पिछले साल के मुकाबले घटा है.
पीतल उधोग से जुड़े कारोबारियों का कहना है की सब कुछ ऑनलाइन होने के कारण कारोबार करने में सहूलियत हुई है और अब सब कुछ ऑनलाइन मौजूद है, इसलिए लोगों ने अपने कारखानों और फैक्ट्रियों के रजिस्ट्रेशन भी काफी कराये हैं. पहले लोग भी रजिस्ट्रेशन के भी काम कर लेते थे लेकिन अब जीएसटी की वजह से लोगों ने अपने उद्योग धंधों का रजिस्ट्रेशन भी कराया है और लॉकडाउन की वजह से ऑनलाइन शॉपिंग का भी कल्चर बढ़ा है, नई उम्र के युवाओं को इससे रोजगार भी मिला है. अब काफी लोग अपने उत्पाद ऑनलाइन भी बेच रहे हैं जिससे मुरादाबाद के हस्तशिल्प का कारोबार बढ़ा है.
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