Moradabad News: उत्तर प्रदेश की सियासत के कद्दावर नेता आजम खान पर कार्रवाई कर सुर्खियों में आए वरिष्ठ आईएएस अधिकारी आंजनेय सिंह ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि आजम खान के खिलाफ एक्शन निजी लड़ाई की वजह से नहीं लिया था बल्कि रामपुर का जिलाधिकारी रहते कानूनी जिम्मेदारी निभाई. आंजनेय सिंह ने कहा कि आजम खान से एक बार मुलाकात लोकसभा चुनाव के बाद हुई थी. आजम खान मतगणना के बाद जीत का सर्टिफिकेट लेने आए थे. उस समय उन्होंने मुझे तोहफे में एक पेन दिया था.
आजम खान के खिलाफ IAS ने ली थी टक्कर
उन्होंने कहा कि आजम खान बड़े राजनीतिक शख्स हैं. इसलिए प्रशासन की कार्रवाई की खबर सुर्खियां बन गईं. वरना अनगिनत लोगों पर हर रोज अदालत से सजा मिलती है. लेकिन उनका कोई जिक्र नहीं होता. मैंने अपने कर्तव्य का पालन पूरी ईमानदारी और पारदर्शिता से किया.
आंजनेय सिंह ने कहा कि आजम खान को सजा पुलिस की जांच के बाद अदालत से हुई है. हम नियम-कानून और संविधान से बंधे हैं. शासन से मिले निर्देश के अनुसार काम करना होता है. हम अपनी इच्छा से नहीं बल्कि कानून के हिसाब से काम करते हैं. 18 साल की नौकरी के दौरान मैंने हमेशा पारदर्शी तरीके से जिम्मेदारी निभाई. सरकार की भी प्रतिबद्धता पारदर्शी तरीके से काम करने की रही है.
सजा होने पर क्या बोले आञ्जनेय कुमार सिंह
अखिलेश यादव के बयान पर उन्होंने कहा कि हमने आजम खान के मामलों में भी ईमानदारी से ड्यूटी निभाई. लेकिन कद्दावर नेता पर कार्रवाई होने से राजनीतिक बयानबाजी होती है. हमें इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता. हमें सिर्फ प्रक्रिया का पालन करना होता है. हमारी गतिविधियों पर नजर रखने के लिए अलग-अलग एजेंसियां होती हैं. शासन स्तर पर काम की समीक्षा भी होती है. गलत करने पर हम भी अदालत के प्रति जवाबदेह हैं.
उन्होंने कहा कि किसी बड़े नेता के खिलाफ कार्रवाई होने पर सवाल उठाने की बजाय हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट है. अगर किसी को लगता है कि कुछ गलत हुआ है तो अदालत में पक्ष रख सकता है. पीड़ित हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट जाता है. हमने अपनी जिम्मेदारी का निर्वाह ईमानदारी से किया है.
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