मुरादाबाद, एबीपी गंगा। दुनिया भर में पीतल कि चमक बिखेरने वाला मुरादाबाद शहर यूं तो अपने हस्तशिल्प के लिए पीतल नगरी के नाम से जाना जाता है, लेकिन यहां के लजीज खाने भी देशभर में अपने जायके के लिए जाने जाते हैं। मुरादाबाद के मुगलाई खाने और यहां की दाल जलेबी अपने स्वादिष्ट जायके कि वजह से लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करते हैं। आपने एक बार यहां के खानों का लुत्फ उठा लिया तो फिर बार-बार आप मुरादाबाद आने के लिए मजबूर हो जाएंगे। तो आइये हम आपको उर्दू के मशहूर शायर और गज़ल के शहंशाह जिगर मुरादाबादी के शहर मुरादाबाद के जायकों वाली गलियों कि सैर कराते हैं, जहां आपको नॉन वेज से लेकर वेज खानों और चाय, चाट पकौड़ी तक का स्वाद लेने का मौका मिलेगा।
आलम बिरयानी
अगर आप नॉन वेज खाने के शौकीन हैं और मुरादाबाद में हैं तो आप यहां के नॉनवेज का लुत्फ जरूर उठाएं। क्योंकि देशभर में मुरादाबाद अपने नॉन वेज खानों के लिए प्रसिद्ध है और ये एक ऐसा शहर है जहां बाजारों में दिन ही नहीं रात में भी रौनक बनी रहती है। यहां देर रात तक खाने के होटल खुले रहते हैं और लोग यहां के लजीज खानों का लुत्फ़ उठाने के लिए रात में होटलों का रुख करते हैं। वैसे तो मुरादाबाद में नॉन वेज खाने के बहुत से अड्डे हैं लेकिन मुरादाबाद में आलम बिरयानी और मारूफ़ का चिकन सबसे ज़्यादा मशहूर है। गलशहीद इलाके में संभली गेट चौराहे पर सड़क के दोनों तरफ मुगलाई खाने के तमाम होटल हैं और यहीं मुरादाबाद की प्रसिद्ध आलम बिरयानी का भी होटल है जहां आपको मुरादाबादी और हैदराबादी दोनों तरह कि बिरयानी खाने को मिलेगी। सनd 1964 में मुरादाबाद के चौकी हसन खान मोहल्ले में तहसीली स्कूल चौराहे पर सबसे पहले इसकी शुरुआत हुई थी और आज मुरादाबाद में अलग-अलग इलाकों में आलम बिरयानी के चार होटल खुल चुके हैं। यहां 50 रूपये में एक प्लेट बिरयानी मिलती है। बिरयानी के शौकीन यहां आकर शानदार जायके का लुत्फ उठाते हैं।
मारूफ़ चिकन
इसी रोड पर आपको मारूफ़ चिकन कार्नर पर रोस्टेड और फ्राई चिकिन के अतिरिक्त तरह-तरह के चिकन डिश का स्वाद लेने का मौका मिलेगा। यहां चिकन तशला और बटर चिकन का स्वाद बेजोड़ है। पिछले दस साल से मारूफ़ चिकन लोगों कि पहली पसंद बना हुआ है। अगर आप अंदर शहर में नहीं जाना चाहते हैं और हाइवे पर ही नॉन वेज का आनंद लेना चाहते हैं तो फिर आपको पुराने नेशनल हाइवे-24 पर ही मुरादाबाद के मुख्य रोडवेज बस अड्डे के सामने अल पहलवान फूड पर तमाम तरह के चिकन डिश का स्वाद मिल जाएगा। यहां आपको काली मिर्च, बटर चिकन, चिकन रोस्टेड, चिकिन करी जैसा मनचाहा टेस्ट मिलेगा।
बात करते हैं शाकाहारी भोजन की, तो आप अगर शुद्ध शाकाहारी हैं और मुरादाबाद में अच्छे भोजन का आनंद लेना चाहते हैं तो इसके लिए भी मुरादाबाद में कई अच्छे भोजन के अड्डे हैं जहां आपको मन पसंद शाकाहारी भोजन मिलेगा।
शर्मा शुद्ध भोजनालय
अगर आप शुद्ध शाकाहारी हैं तो मुरादाबाद रेलवे स्टेशन के सामने ही शाकाहारी भोजन का बेहतरीन अड्डा शर्मा शुद्ध भोजनालय आपको स्टेशन से निकालते ही सामने दिखाई देगा। ये भोजनालय सन 1942 से यहां मौजूद है। इस भोजनालय कि शुरुआत ओम प्रकाश शर्मा ने 1942 में की थी। अब इस भोजनालय के मालिक ओम प्रकाश शर्मा के बेटे राजू शर्मा हैं। राजू शर्मा बताते हैं कि उनके यहां 100 रूपये और 140 रूपये की भोजन थाली है। यहां आदमी आराम से बैठकर भर पेट भोजन बहुत ही कम रेट में कर सकता है। शर्मा शुद्ध भोजनालय में शाही पनीर, मलाई कोफ़्ता, दाल मखानी, कढ़ाई पनीर, नान , मिस्सी रोटी और ठंडी स्पेशल खीर खास तौर से मिलती है जिसे खाने के बाद आप कहेंगे कि वाह क्या स्वादिष्ट भोजन है।
मुल्तानी छोले चावल
मुरादाबाद के कोर्ट रोड पर गुरहट्टी चौराहे के पास मुल्तानी छोले चावल कि प्रसिद्ध दुकान है। खाने के इस अड्डे कि शुरुआत सन 1947 में टीका राम यादव ने कि थी, जिसे अब उनके बेटे नीरज यादव संभालते हैं। यहां आपको प्रसिद्ध मुल्तानी छोले चावल कि प्लेट महज़ 15 रूपये से 35 रूपये में मिल जाएगी। मुल्तानी छोले चावल के अलावा यहां मुल्तानी राजमा पालक चावल, कढ़ी चावल, मुल्तानी छोले पाव प्रसिद्ध हैं। अगर आप यहां खाना खाएंगे तो यहां आपको खाने के साथ में मुफ्त में चने और हींग का सूप मिलेगा जो काफी जायकेदार होता है। मुल्तानी छोले चावल खाने के शौक़ीन लोगो कि यहां दिन भर भीड़ लगी रहती है। तो अगर आप का मुरादाबाद आना हो तो यहां के प्रसिद्ध मुल्तानी छोले चावल का स्वाद जरूर चखें।
मनोज समोसे
अगर आप मुरादाबाद में हैं और कुछ हल्का सा खाने का मन कर रहा है तो आपको मुरादाबाद रोडवेज बस अड्डे के पीछे कुछ ही दूरी पर गांधी नगर में मनोज कि दुकान पर पहुंचना चाहिए। मुरादाबाद में मनोज के समोसे, जलेबी और लस्सी प्रसिद्ध है। यह दुकान मनोज समोसे के नाम से भी जानी जाती है। यहां समोसे खाने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं। हालांकि यहां फास्ट फूड और मिठाई भी मिलती है लेकिन इस दुकान कि शुरुआत समोसे से हुई थी इसलिए ये अड्डा मनोज समोसे वालों के नाम से प्रसिद्ध है। यहां आप फास्ट फूड से लेकर मिठाई और चाट पकौड़ी तक का स्वाद ले सकते हैं। यहां आपको मुरादाबाद कि मशहूर मूंग की दाल और जलेबी का भी आनंद भी मिलेगा।
हाफिज़ जी का हलवा पराठा
मुरादाबाद के चौकी हसन खान मोहल्ले में पिछले पचास साल से प्रसिद्ध हलवे पराठे कि दुकान पर आप सुबह 6 बजे से 11 बजे के बीच नाश्ते में हलवे पराठे का आनंद ले सकते हैं। ये मुरादाबाद का अकेला ऐसा होटल है जहां पूरे साल आपको हलवा पराठा खाने को मिल जायेगा। वर्ना हलवा पराठा आपको सिर्फ मेलों या प्रदर्शनी में ही खाने का मौका मिला होगा। मुरादाबाद से जो लोग विदेशों में भी जाकर बस गये हैं वो जब कभी मुरादाबाद आते हैं तो यहां का हलवा पराठा खाना नहीं भूलते। इस होटल के संचालक इकराम नबी ने बताया कि इसकी शुरुआत उनके वालिद हाफिज़ नियाज़ अली ने लगभग पचास साल पहले कि थी और आज भी वो लोगो के लिए बेहतरीन हलवा पराठा बनाते हैं जिसे लोग बड़े चाव से खाने आते हैं।
चाय और पान
अब खाने के बाद आपका मन करेगा एक प्याली चाय या फिर एक पान के लिए जो आपके मूंड को तरोताजा कर दे तो इसके लिए अगर बेहतरीन चाय पीनी है तो आपको मुरादाबाद शहर में नागफनी थाने के पास नवाबपुरा में नदीम टी के यहां लिए चलते हैं। जहां आपको सुबह 6 बजे से रात के 2 बजे तक अच्छी चाय पीने को मिलेगी और अगर आप यहां रात में चाय पीने आते हैं तो यहां शेरो शायरी सुनने का भी आपको मौका मिल सकता है क्यूोंकि शहर के शायर अक्सर यहां चाय पीने आ जाते हैं और देर रात तक चाय कि चुस्की के साथ शायरी भी होती रहती है। अब बात पान कि करें तो वैसे तो मुरादाबाद के हर गली मोहल्ले में आपको पान कि दुकानें मिल ही जाएंगी लेकिन बस अड्डे के सामने हाइवे पर पान मंदिर का पान आपने अगर खा लिया तो फिर कहना ही क्या, यहां 20 रूपये का एक मीठा पान मिलता है जिसमे काजू, पिस्ता, अखरोट भी होता है। उसे खाने के बाद आप कभी यहां का जायका भूलेंगे नहीं। 1975 से विजय कुमार गुप्ता ये पान कि दुकान चलाते हैं जिस पर प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कि बड़ी-बड़ी तस्वीरें उन्होंने बोर्ड पर लगा रखी हैं।
दुनिया भर से कारोबारी मुरादाबाद में पीतल के हस्तशिल्प उत्पाद खरीदने आते हैं और वो यहां के खानों के जायकों को भूल नहीं पाते। यहां आने वाले लोग हर बार यहां के व्यंजनों का लुत्फ़ लेने कि चाहत रखते हैं...तो कभी आप मुरादाबाद आते हैं तो यहां के जायकों का लुत्फ लेना बिलकुल न भूलें। अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो यकीन मानिए कुछ मिस कर रहे हैं।