प्रियंका गांधी की ससुराल में कांग्रेस-सपा गठबंधन के सामने बड़ी चुनौती, बीजेपी ने लगाया जोर, जानें- क्या कहते हैं समीकरण
UP News: उत्तर प्रदेश की मुरादाबाद लोकसभा सीट बीजेपी और समाजवादी पार्टी के लिए बेहद खास है. सपा के सामने सीट बचाने की चुनौती है तो बीजेपी ये सीट वापस पाना चाहती है. सपा के एसटी हसन मौजूदा सांसद हैं.
Moradabad News: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद लोकसभा सीट पर 2019 के लोकसभा चुनाव के आंकड़ों के अनुसार कुल मतदाता 19 लाख 41 हजार 200 थे और इस बार के चुनाव में यह संख्या बढ़कर 21 लाख 5 हजार के करीब रहने की उम्मीद है. जिनमे लगभग 54.97 प्रतिशत पुरुष मतदाता और 45.02 प्रतिशत महिला मतदाता हैं.
इस लोकसभा सीट में मुरादाबाद शहर , मुरादाबाद देहात , ठाकुरद्वारा , काँठ और बिजनौर जनपद की बढापुर विधान सभा सहित पांच विधान सभा क्षेत्र शामिल हैं. इस सीट पर 2019 में समाजवादी पार्टी के डॉ एस टी हसन ने 649416 वोट पाकर जीत हासिल की थी जबकि 551538 वोट पाकर भाजपा के कुंवर सर्वेश कुमार दूसरे स्थान पर रहे थे और कांग्रेस के प्रत्याशी इमरान प्रतापगढ़ी 59198 वोट पाकर तीसरे स्थान पर रहे थे. 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के कुंवर सर्वेश कुमार सिंह ने जीत हासिल की थी और सपा के डॉ एस टी हसन दूसरे स्थान पर रहे थे जबकि बसपा प्रत्याशी तीसरे स्थान पर रहा था. 2009 के लोकसभा चुनाव में यहाँ से कांग्रेस के अजहरुद्दीन विजयी हुए थे. यह सीट कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा की ससुराल भी है और माना जा रहा है कि भारत जोड़ो यात्रा में प्रियंका यहां पहुंचेंगी.
45 फीसदी से अधिक है मुस्लिम मतदाता
इस सीट पर लगभग 45 प्रतिशत से अधिक मुस्लिम मतदाता माने जाते हैं और 10 प्रतिशत दलित मतदाता हैं इसके अलावा ठाकुर मतदाता लगभग 7 प्रतिशत, सैनी मतदाता 7 प्रतिशत, 3 प्रतिशत वैश्य मतदाता, ब्राह्मण मतदाता 2.5 प्रतिशत, प्रजापति मतदाता 2 प्रतिशत और 1.5 प्रतिशत यादव मतदाता के अलावा बाकी अन्य जातियों के मतदाता हैं.
इस मुरादाबाद लोक सभा सीट की पांच विधानसभा सीटों में से 3 पर अभी सपा का कब्ज़ा हैं और 2 विधान सभा सीटो पर भाजपा काबिज है. आज़ादी के बाद से इस सीट पर अधिकतर कांग्रेस का कब्ज़ा रहा है कांग्रेस ने इस सीट पर पांच बार विजय हांसिल की है जबकि भाजपा ने एक बार और सपा ने चार बार इस सीट पर जीत हांसिल की है.
चुनाव में ये मुद्दे रहते हैं हावी
मुरादाबाद लोक सभा चुनाव में वैसे तो सड़क , पानी , बिजली , जाम , रोज़गार , महंगाई , कारोबार , पीतल उधोग और गन्ना किसानो के मुद्दे प्रमुख हैं लेकिन यहाँ चुनाव में सबसे अधिक धुर्विकरण हावी रहता है. वीआईपी वोटर्स की बात करें तो यहाँ मुरादाबाद शहर विधान सभा में यूपी भाजपा के अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी, क्रिकेटर पियूष चावला, क्रिकेट कोच बदरुद्दीन , मेयर विनोद अग्रवाल , सांसद डॉ एस टी हसन, पूर्व सांसद सर्वेश कुमार सिंह , पूर्व मंत्री हाजी इकराम कुरैशी, भाजपा विधायक रितेश गुप्ता, तीर्थंकर महावीर विश्व विधालय के कुलपति सुरेश जैन, शिक्षाविद डॉ अरविन्द गोयल आदि रहते हैं.
अभी नहीं हुआ प्रत्याशियों का ऐलान
अभी मुरादाबाद लोक सभा सीट पर किसी भी पार्टी ने अपने प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है सपा कांग्रेस गठबंधन में इस बार यह सीट सपा के खाते में रहने वाली है और मौजूदा सांसद डॉ एस टी हसन ही गठबंधन के प्रत्याशी हो सकते हैं वैसे सपा में कई अन्य नेता भी टिकिट की दावेदारी कर रहे हैं वहीं भाजपा में पूर्व सांसद कुंवर सर्वेश कुमार सिंह और भाजपा प्रवक्ता ज़फर इस्लाम टिकिट के दावेदारों की दौड़ में सबसे आगे माने जा रहे हैं. बसपा से भी कई नेता टिकिट की जुगाड़ में लगे हुए हैं इसलिए इस बार मुरादाबाद सीट पर चुनावी टक्कर कड़ी होने की उम्मीद है.
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