Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियों के बीच बीजेपी मुस्लिम मतदाताओं (Muslim Voter) को जोड़ने के लिए 25 अप्रैल से 'मोदी मित्र अभियान' (Modi Mitra Abhiyan) की शुरुआत करने जा रही है. पार्टी ने देश की उन 65 लोकसभा सीटों पर फोकस करना शुरू कर दिया है जहां मुस्लिम मतदाताओं की संख्या अधिक है. यूपी में भी 13 लोकसभा सीटें ऐसी हैं जहां मुस्लिम मतदाताओं (Muslim Voters) की संख्या अधिक है इसलिए बीजेपी ने अपने अल्पसंख्यक मोर्चे को को यह जिम्मेदारी दी है कि वह हर शहर गांव-गांव जाकर मुस्लिम मतदाताओं से संपर्क करें और उन्हें पार्टी से जोड़ें और सरकार की नीतियों के बारे में जानकरी दें.
बीजेपी की इस रणनिति पर जमियत उलेमाए-हिंद के उत्तर प्रदेश के कानूनी सलाहकार मौलाना काब रशीदी का कहना है कि बीजेपी ने पहले पसमांदा मुसलमानों के नाम पर कार्यक्रम किए और फिर सूफी संवाद की बात कही और तुर्की में भूकंप पीड़ितों की मदद के लिए ऑपरेशन दोस्त चलाया. मुसलमानों ने इसकी तारीफ भी की लेकिन बीजेपी सरकार यह बताए कि उसने मुसलमानों के लिए कितने विश्वविधालय, कॉलेज और स्कूल बनवाए? दावे और ऐलान करने में और काम करने में फर्क होता है. इस देश में राजनितिक रूप से मुसलमानों का वोट बैंक इतना बड़ा है कि उसे नजरंदाज करना किसी भी राजनितिक दल के लिए नामुमकिन है.
मुसलमानों के लिए काम किया है तो बताएं - मौलाना रशीदी
मौलाना ने कहा कि हमने अभी G20 देशों की अध्यक्षता की है. दुनिया में हमारा नाम हो रहा है लेकिन अगर हम मुसलमानों को नजरबंद कर दें और हमारे नेता मुसलमानों के खिलाफ बयानबाजी करते रहें तो कैसे काम चलेगा? दुनिया को हम क्या संदेश देंगे? मुसलमान तो विकास के नाम पर सरकार के साथ खड़ा है लेकिन सरकार ने अगर मुसलमानों के लिए काम किया है तो उसे सामने रखना चाहिए. उन्होंने ने कहा कि आपके कुछ तथाकथित लोग जो मुसलमानों के खिलाफ देश में माहौल तैयार कर रहे हैं जिन्हें आपका समर्थन है और वह संयोग नहीं प्रयोग है, आप उन्हें रोकिए.
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