Moradabad: बुर्का पहनकर ई-रिक्शा चलाती मुस्लिम महिला की फोटो वायरल, कहा- 'मेहनत करने में कोई बुराई नहीं'
Moradabad News: बुर्का पहनकर ई रिक्शा चलाने वाली महिला का नाम नजमा है. उसके पति की मौत हो चुकी है. महिला का एक बेटा और एक बेटी है. परिवार का पेट पालने के लिए ये काम शुरू किया.
Moradabad News: यूपी के मुरादाबाद में सड़कों पर ई रिक्शा चलाती एक बुर्का नशीन महिला की तस्वीर सोशल मीडिया में तेज़ी से वायरल हो रही है. लोग इस तस्वीर पर कई तरह के प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं और परिवार को चलाने के लिए महिला की कोशिशों की तारीफ कर रहे हैं. कई लोग इसे स्वरोजगार का उदाहरण देकर भी इसकी सराहना कर रही है. एबीपी न्यूज ने इस महिला से मुलाकात की.
बुर्का पहनकर ई रिक्शा चलाते हुए ये महिला मुरादाबाद के सिविल लाइन इलाके में मिली. जब हमने इस महिला से बात करने की कोशिश की तो महिला ने बताया कि उसके पति की मृत्यु हो चुकी है. घर में एक बेटा और एक बेटी है. उनका बेटा भी वेल्डिंग का काम करना है लेकिन महंगाई के इस दौर में घर का खर्च चलाना मुश्किल हो जाता है. इसलिए उसने भी परिवार का पेट पालने के लिए ई-रिक्शा चलाने का फैसला लिया.
पैसे इकट्ठा कर उमराह करना चाहती है नजमा
इस महिला का नाम नजमा है. उसने बताया कि वो रिक्शा चलाकर रोजाना करीब चार सौ रुपये कमा लेती है. नजमा ने कहा कि मेहनत में कोई बुराई नहीं है. मैं चाहती हूं कि मेहनतच कर किसी तरह 85 हजार रुपये जमा हो जाएं तो मैं अपनी कमाई से उमराह करने सऊदी अरब के मक्का मदीना की यात्रा पर जा सकूं, मेरे जीवन का यही मकसद है.
'मेहनत में कोई बुराई नहीं'
नजमा ने कहा कि उनका फोटो वायरल होने के बाद बीजेपी नेता फुरकान भी उनके घर आए थे, उन्होंने एक महीने का बिजली का बिल दिया और एक महीने का राशन दिलाया है. लोग मदद करना चाहते हैं लेकिन मैं तो अपनी मेहनत की कमाई से खाना खा कर बेफिक्र नींद सोती हूं. इस काम को करने में मुझे कोई एतराज नही है, सब मुझे देख कर मेरा सम्मान भी करते है.
नजमा ने बताया कि शुरूआत में एक बार उनका रिक्शा पलट भी गया था, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और अब उन्हें रिक्शा चलाते हुए चार महीने हो गए हैं.