Moradabad Namaz Collectively: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुरादाबाद (Moradabad) में सामूहिक रूप से नमाज पढ़ने पर 26 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने के मामला आया. इसमें AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी के बाद अब सपा के सांसद डॉ एसटी हसन (S. T. Hasan) और विश्व हिन्दू परिषद् (VHP) के प्रांत मंत्री की प्रतिक्रिया भी सामने आई है. सपा के मुरादाबाद से सांसद डॉ एसटी हसन ने कहा कि गांव में आपसी भाईचारे का माहौल आज भी है और हम इस मामले को आपस में बैठ कर निपटा लेंगे. छोटी-छोटी बातों को हिन्दू-मुस्लिम में ना बांटें.


उन्होंने कहा कि हम चाहेंगे कि गांव में एक मंदिर और एक मस्जिद बने ताकि हिन्दू और मुस्लिम दोनों अपने-अपने धर्म के अनुसार पूजा और इबादत कर सकें. कुछ अपराधिक प्रवृति के लोगों ने इसमें बवाल कराने की कोशिश की है. ओवैसी के मुस्लिमों को दूसरे दर्जे का शहरी बताने वाले बयान पर सपा सांसद ने कहा कि मुझे ये नहीं पता कि उन्होंने क्या कहा है लेकिन मुसलमान इस देश का नागरिक है. अगर कोई उसे दूसरे नंबर का नागरिक बनाने की कोशिश करेगा तो हिंदुस्तान में बहुत बड़ी अफरातफरी मच जाएगी. यह देश किसी की जागीर नहीं है. यह हिन्दू, मुस्लिम, सिख और ईसाई सभी का देश है. अनेकता में एकता और गंगा जमुना तहजीब का देश है. तमाम दुनिया के अंदर हमारी यही पहचान है.  


सांसद ने की गांव में मंदिर और मस्जिद बनवाने की मांग


मुरादाबाद के सपा सांसद डॉ एसटी हसन ने मुरादाबाद के छजलैट थाना इलाके के दुल्हेपुर गांव में शुरू हुए नमाज विवाद पर कहा क मेरे पास उस गांव के कुछ लोग आये थे. उन्होंने बताया कि इस गांव में पिछले 50 साल से सामूहिक रूप से बिना माइक के इस्तेमाल के जुमे की नमाज होती आई है लेकिन अब 03 जून से पुलिस ने इस पर रोक लगा दी. साथ ही मुकदमा दर्ज किया गया है और इसे नयी परंपरा बताया गया है. उन्होंने कहा कि ये गलत है इस गांव में सब हिन्दू-मुस्लिम आपसी भाईचारे से रहते हैं. कुछ लोग जो अपराधिक प्रवर्ती के हैं और उन पर अपराधिक मुकदमे भी दर्ज हैं उन्होंने ये सब बवाल करने की कोशिश की है.


उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है इसका आपसी सहमती से समाधान निकलेगा और हमारी यही कोशिश रहेगी की इस गांव में आपसी सहमती से एक मंदिर और एक मस्जिद बने. क्योंकि गांव में अभी तक कोई मस्जिद या मंदिर नहीं है. गांव के हिन्दू भाइयों को भी एक किलोमीटर दूर दूसरे गांव में पूजा के लिए जाना पड़ता है इसलिए दोनों समुदाय के लोगो में भाईचारा बना रहे हम यही चाहते हैं. उन्होंने कहा कि जो मुकदमा दर्ज हुआ है वह भी खत्म हो और लोग अपने-अपने धर्म के अनुसार अपनी पूजा और इबादत करें ताकि भाईचारे का माहोल बना रहे.


कहा- यहां यह कोई विवाद नहीं


उन्होंने आगे कहा कि इस देश में हिन्दू-मुस्लिम सब मिलकर सदियों से रहते आये हैं यहां भी यह कोई विवाद नहीं है. हम गांव के लोगों से बात कर रहे हैं मिलकर समाधान निकाला जाएगा. हिन्दू भाई अपना मंदिर बनाये और मुस्लिम मस्जिद बना लें. सपा सांसद ने कहा कि देश किसी के बाप की जागीर नहीं है जो कोई मुसलमानों को दूसरे दर्जे का शहरी बनाने की कोशिश करेगा तो देश में अफरातफरी का महोल बन जाएगा. ये देश सबका है यहां सब मिलकर रहते हैं. इन्हें लड़ाने से किसे राजनीतिक लाभ मिलता है आप सब जानते हो. गांव में माहौल अच्छा है हर मामले को आपस मे बैठ कर सुलझा लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि मुसलमान यहां पहले से नमाज पढ़ते चले आये हैं अब रोक लगा दी गई है.


पुलिस ने जो मुकदमा दर्ज किया है वह मुकदमा भी खत्म होना चाहिए और आपस में बैठकर समाधान निकाला जाएगा. देश में मुस्लमान सब जगह नमाज पढ़ते हैं और कहीं कोई नहीं रोका जा रहा. ये एक मामला सामने आया है इसे भी आपसी सौहार्द से निपटा लिया जायेगा.


VHP के प्रांत मंत्री ने कही ये बातें


इस मामले में विश्व हिन्दू परिषद् के प्रान्त मंत्री डॉ राज कमल गुप्ता ने कहा की नमाज पढ़ने के लिए कहीं कोई रोक नहीं है. मुसलमान चलती ट्रेन, प्लेटफार्म, स्टेशन और किसी भी स्थान पर चटाई बिछा कर अकेले नमाज पढ़ सकता है. उसे कोई नहीं रोक सकता लेकिन यह लोग सामूहिक रूप से नमाज पढ़ कर गाँव में नई परम्परा डालने का काम कर रहे हैं उन पर मुकदमा दर्ज हुआ है. हिन्दू समाज के लोगों ने नई परम्परा की शिकायत पुलिस प्रशासन से की थी इसलिए मुकदमा दर्ज हुआ है. इन्होने नई परम्परा की इजाजत क्यों नहीं ली थी.


उन्होंने कहा कि मुस्लिम समाज ही क्यों नई परम्परा करता है पिछले दिनों हिन्दू समाज की कांवर भी तो नई परम्परा के नाम पर रोक दी गयी थी. वोट बैंक इकठ्ठा करने के लिए यह किया जा रहा है यह राजनीति है. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी के कार्यों का लाभ मुसलमानों को बराबर मिल रहा है. चाहे वह कोई योजना हो मुसलमानों को भी पूरा लाभ मिल रहा है. कोई मुसलमान बता नहीं सकता कि उसे मुसलमान होने के कारण कोई लाभ ना मिला हो. उन्होंने कहा कि ओवैसी और डॉ एसटी हसन इस मामले में राजनीति कर रहे हैं. यह लोग 2024 के चुनाव के लिए मुस्लिमों का ध्रुवीकरण करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि मेरी मांग है कि इस मामले में पुलिस जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवायी करे.


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