ST Hasan on Caste Survey: बिहार सरकार ने जाति आधारित गणना के आंकड़े जारी कर दिए हैं. जिसके चलते बिहार ही नहीं बल्कि यूपी की राजनीति में खलबली मची हुई है. उत्तर प्रदेश में भी जाति आधारित गणना की मांग को लेकर विपक्षी नेता लगातार बीजेपी सरकार को निशाने पर ले रहे हैं. बिहार में जाति आधारित गणना के आंकड़ों पर बोलते हुए यूपी के मुरादाबाद से समाजवादी पार्टी के सांसद डॉक्टर एस टी हसन ने इसका समर्थन किया है.


सपा सांसद एसटी हसन ने कहा कि बिहार के जाति आधारित गणना के आंकड़ों से साफ हुआ है कि 15 प्रतिशत लोग 85 प्रतिशत ओबीसी के लोगों पर राज कर रहे हैं. इस पर पूरे देश में चर्चा हो रही है कि अब तक हम धोखे में थे. 85 प्रतिशत ओबीसी के लोगों को उनका हक मिलना चाहिए. दिल्ली में देश के 90 सीनियर सचिवों में सिर्फ 3 सचिव ओबीसी के हैं. जैसा राहुल गांधी जी ने कहा था अब ये 3 सचिव कैसे ओबीसी के लिए काम कर सकते हैं. ओबीसी की हालत आपने छुआ छूत वाली कर दी है. सपा सांसद ने कहा कि हम चाहते हैं कि मुसलमानों की भी इसमें गणना हो और ये पता चलना चाहिए कि देश में कितने मुसलमान रहते हैं.


पीएम मोदी पर साधा निशाना


समाजवादी पार्टी के सांसद ने कहा कि 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हिन्दू-मुस्लिम की बात क्यों कर रहे हैं. उन्हें तो गरीबों और ओबीसी की बात करनी चाहिए. आज कितने लोग आधा पेट रोटी खा कर सोते हैं, तन पर कपड़ा नहीं है और आप हिन्दू-मुसलमान कर रहे हैं. मुझे इस बात का बड़ा अफसोस हो रहा है कि हम अपना मुकाबला विकसित देशों से करते हैं और हमारी सोच किस जगह पर है. जो सबसे दबे कुचले लोग हैं उन्हें ऊपर उठाने की बात करो हिन्दू-मुसलमान में लोगों को मत बांटो.'


ओबीसी वर्ग को मिले उसका हक


पश्चिम उत्तर प्रदेश के सवाल पर सपा सांसद ने कहा कि 'हम उत्तर प्रदेश का बंटवारा करने के पक्ष में नहीं है, उत्तर प्रदेश पूर्व से पश्चिम तक एक रहना चाहिए. इसका बटवारा नहीं होना चाहिए.' वहीं आम आदमी पार्टी के नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह के घर ED की छापेमारी पर उन्होंने कहा कि 'हमारी कौन सुनने वाला है, विपक्ष के नेताओ के यहां ईडी और आईटी के छापे पड़ रहे हैं. इस देश में जो कभी नहीं हुआ वह हो रहा है.' सपा सांसद एसटी हसन ने कहा कि जाति आधारित गणना के आंकड़े आने से पूरे देश में हलचल है, ओबीसी वर्ग को जो उनका हक मिलना था, वह इतने दिनों से क्यों नहीं मिला. मुझे उम्मीद है की अब उन्हें उनका हक मिलेगा.


यह भी पढ़ेंः Varanasi Dev Deepawali: देव दीपावली की तारीख को लेकर विवाद खत्म, इस दिन दीपों से सजेंगे घाट