मुरादाबाद, एबीपी गंगा। उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में गरीबों को राहत सामग्री बांटने के नाम पर समाजवादी पार्टी के विधायक ने अपने आवास के बाहर सैकड़ों लोगों की भीड़ जमा कर ली और जब भीड़ बेकाबू हो गयी तो पुलिस को बुलाना पड़ा. भीड़ में छीना झपटी और मार-पीट तक हो गयी. एक महिला के कान से किसी ने कुंडल ही खींच लिए. हालात ये हो गये की दिव्यांगो तक को भीड़ का शिकार होना पड़ा.


कोरोना संकट काल में सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई गयीं और जब मीडिया कर्मियों ने विधायक और पुलिस से इस पर सवाल किया तो दोनों मीडिया को धमकाने लगे. इलाके के पुलिस इंस्पेक्टर तो अपनी नाकामी छुपाने के लिए मीडिया वालों को ही उल्टा सीधा कहने लगे. ये सब कुछ हुआ मुरादाबाद के हॉट स्पॉट थाना इलाके गलशहीद के भूडे के चौराहे पर जहां मुरादाबाद देहात के सपा विधायक हाजी इकराम कुरैशी का आवास है.


भीड़ जमा करने वाले विधायक हाजी इकरम कुरैशी ने न तो खुद मास्क लगा रखा था और न ही सोशल डिस्टेंसिंग का कोई ख्याल रखा. जब भीड़ बेकाबू हो गयी तो उसे उसके हाल पर छोड़ दिया गया और यहां घंटों ये भीड़ हंगामा करती रही और जब मीडिया कर्मी मौके पर कवरेज करने पहुंचे तो विधायक मीडिया को ही धमकाने लगे इतना ही नहीं विधायक जैसे ही तेवर गलशहीद थाने के एसओ अजीत रोरिया के देखने को मिले. जिन पर लॉकडाउन का पालन कराने की जिम्मेदारी है.


अब ऐसे में जब पुलिस के अधिकारी ही विधायक के दबाव में काम करेंगे तो फिर कैसे कोरोना संक्रमण फैलने से रुकेगा. कई लोग यहां राशन की उम्मीद में आये थे लेकिन बेकाबू भीड़ में दब कर रह गये. ऐसे में सवाल ये की अगर इस भीड़ में कोई कोरोना संक्रमित पहुंच गया होगा तो उसने कितने लोगो को संक्रमित किया होगा.