नर्स से रेप मामले में आरोपी डॉक्टर पर प्रशासन की बड़ी कार्रवाई, तीन मदरसे समेत 4 संपत्तियां सील
UP News: मुरादाबाद में नर्स से रेप के आरोपी डॉ. शाहनवाज और उनके परिवार की 4 संपत्तियों को सील कर दिया गया है. पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई शुरू की है.
Moradabad News: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में नर्स से रेप करने के आरोपी डॉक्टर शाहनवा और उनके परिवार के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई तेज कर दी है. पुलिस ने आरोपी डॉक्टर के पिता के तीन मदरसों समेत 4 संपत्तियों को सील कर दिया है. जल्द इन पर बुलडोजर भी चलाया जा सकता है. ठाकुरद्वारा दुष्कर्म मामले के मुख्य आरोपी डॉ शाहनवाज़ के पिता के संचालित तीन मदरसों समेत निजी संपत्ति को जिला प्रशासन ने सील कर दिया है. वहीं दो अन्य आरोपियों की निजी संपत्ति सील करने की तैयारी तेज कर दी है.
पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट की फाइल भी तैयार कर अनुमोदन के लिए जिलाधिकारी के पास भेजी है. ऐसे में दो अन्य आरोपियों की निजी संपत्ति जब्त होने की संभावना बढ़ गई है. हम आपको बता दें कि 19 अगस्त को मुरादाबाद जिले के ठाकुरद्वारा थाना क्षेत्र में ठाकुरद्वारा - काशीपुर रोड पर स्थित एबीएम हॉस्पिटल में अस्पताल संचालक डॉक्टर शाहनवाज ने अपने ही अस्पताल की नर्स को बंधक बनाकर उसके साथ रातभर दुष्कर्म किया था.
डॉक्टर और उसके दोनों सहयोगी गिरफ्तार
अस्पताल की दूसरी नर्स मेहनाज और वार्ड ब्वॉय जुनैद ने इस काम में डॉक्टर की मदद की थी. दोनों जबरन पीड़िता को अस्पताल के ऊपर बने डॉक्टर के आवास तक ले गए थे और फिर बाहर से दरवाजा बंद कर दिया था. मामला जानकारी में आते ही पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी डॉक्टर और उसके दोनों सहयोगियों को जेल भेज दिया था. पुलिस प्रशासन और जिला प्रशासन लगातार दुष्कर्म के आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रहा है.
जांच के बाद सील किए गया मदरसा
इसी प्रकरण में डिलारी थाना क्षेत्र के जटपुरा गांव में स्थित तीन मदरसों समेत निजी संपत्ति की जांच की गई. इसके बाद जिला प्रशासन और अल्पसंख्यक विभाग की टीम ने पुलिस की मौजूदगी में सील कर दिया है. कार्रवाई से पहले एसडीएम मनी अरोरा, तहसीलदार गोपाल सिंह, अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी प्रदीप कुमार, सीओ राजेश कुमार ने बारीकी से जांच की. तीनों मदरसे आरोपी चिकित्सक के पिता के नाम से संचालित थे. राजस्व रिकॉर्ड में अलग-अलग जगह दर्ज है. जबकि मदरसा एक ही भवन से संचालित हो रहा था.
सभी मदरसे सरकारी जमीन पर बनाए गए
जिला प्रशासन ने अनियमितता के चलते तत्काल प्रभाव से मदरसों को सील कर दिया. जानकारी के अनुसार, तीनों मदरसे घटना के बाद से ही बंद पड़े थे. फिलहाल आरोपी डॉक्टर के परिजनों का भी कोई अता पता नहीं है. मुरादाबाद के जिला अधिकारी अनुज सिंह ने बताया कि ठाकुद्वारा में जो दुःखद घटना घटित हुई थी. उसमें कार्रवाई के क्रम में यह ज्ञात हुआ कि जटपुरा और राजपूत केसरिया गांव में आरोपी के पिता द्वारा कुछ मदरसे संचालित किए जा रहे हैं. उसकी जांच की गई तो पता चला कि जो मदरसे राजपूत केसरिया में हैं. वह सरकारी जमीन पर बनाये गए हैं. वह गलत तरीके से बनाये गए हैं.
जांच के बाद होगी कार्रवाई
डीएम ने कहा कि पहली बार मे उनके पास पहली क्लास से 5 वी क्लास तक का अप्रूवल आया था. बाद में उसके अप्रूवल को बढ़ाया गया है. इसमें तमाम खामियां हैं. उसकी रिपोर्ट बना कर उसके निस्तारण के लिए उसे शासन को भेजा जायेगा. इसी प्रकार जटपुरा गांव में जो मदरसा है उसके संबंध में भी हमें अभी कोई कागज प्राप्त नहीं हुआ है. जानकारी में आया है कि वह भी गैरकानूनी है उसको भी सील करने की कार्यवाही की गई है. राजपूत केसरिया गांव में जो मदरसा है उसी में उनका घर भी है. सभी फाइलों की जांच कर कार्रवाई नियमानुसार की जाएगी.
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