Moradabad: परिवार पढ़ रहा था तरावीह की नमाज, पुलिस ने भेज दिया शांति भंग करने का नोटिस, जानें- पूरा मामला
UP News: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में तरावीह की नमाज पढ़ने को लेकर विवाद हुआ है और फिर पुलिस ने मामले में दखल दी. हालांकि बाद में मामला मकान के विवाद से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है.
Moradabad News: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद (Moradabad) में रमजान (Ramadan) के महीने में अपने घर के अंदर एक परिवार तरावीह (Taraweeh) की नमाज पढ़ रहा था. आरोप है कि अंतरराष्ट्रीय बजरंग दल (Bajrang Dal) के नेता अपने कुछ कार्यकर्ताओं के साथ उस मकान पर पहुंचे और नमाज पढ़ने को लेकर आपत्ति जताने लगे और हंगामा किया. इस मामले में पुलिस पर एकपक्षीय कार्रवाई के आरोप लगे हैं. बताया जा रहा है कि पुलिस ने परिवार को नमाज पढ़ने से रोक दिया और नमाज पढ़ रहे 10 लोगों को शांति भंग करने की आशंका में नोटिस भेज दिया और 5-5 लाख के मुचलके पर छह महीने के लिए पाबंद कर दिया.
मामला सामने आने के बाद एसएसपी मुरादाबाद हेमराज मीणा ने बताया कि उन्होंने सीओ कटघर से मामले की जांच कराई है. एक पक्ष ने बाहर से नमाज़ी बुला कर सामूहिक रूप से घर में तरावीह की नमाज़ पढ़ने की शिकायत की थी. मौके पर जांच में इस तरह का कोई प्रकरण नहीं पाया गया है. मकान को लेकर कुछ विवाद था जिसे लेकर कुछ लोगों ने इसे मुद्दा बनाया था. इस मामले में दोनों पक्षों पर पाबंद करने की कार्यवाही की गई है. एक पक्ष को 20 लाख रुपये के मुचलकों पर पाबंद किया गया दूसरे पक्ष पर भी पाबंद की कार्यवाही चल रही है.
किसी के भी धार्मिक मामले में हस्तक्षेप की नहीं दी जाएगी इजाजत- एसएसपी
हेमराज मीणा ने बताया, 'मैं आपके माध्यम से बताना चाहूंगा कि किसी को भी किसी दूसरे के धर्म के मामले में हस्तक्षेप करने की इजाजत नहीं दी जाएगी, रमजान का महीना चल रहा है और नवरात्र भी चल रहे हैं यदि कोई व्यक्ति अपने घर में नमाज पढ़ता है या पूजा पाठ करता है तो किसी भी व्यक्ति को इसमें आपत्ति नहीं होनी चाहिए. अगर कोई इसमें हस्तक्षेप करेगा तो हम उसके खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई करेंगे. एसएसपी मुरादाबाद ने साफ तौर पर कहा कि रमजान और नवरात्र के दौरान घर के अंदर नमाज पढ़ने पर किसी दूसरे को कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए. अगर कोई इस तरह की अनावश्यक आपत्ति करता है, तो पुलिस उसके खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई करेगी, किसी को भी जनपद की कानून व्यवस्था खराब करने की इजाजत नहीं दी जाएगी. इस घटना में शिकायत करने वाले दूसरे पक्ष पर भी कार्यवाही की जा रही है.
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