Mordabad News: सीए श्वेताभ तिवारी हत्या का खुलासा, करोड़ों की संपत्ति कब्जाने के लिए बीजेपी नेता ने कराई थी हत्या
Mordabad News: पुलिस ने कहा कि श्वेताभ तिवारी के पास करोडों की संपत्ति थी, जिसे कब्जाने के इरादे से बीजेपी नेता समेत चार आरोपियों ने इस वारदात को अंजाम दिया था. ये लोग अपराधिक प्रवृत्ति के हैं
Mordabad Murder: यूपी के मुरादाबाद (Moradabad) में 15 फरवरी 2023 को शहर के मशहूर चार्टर्ड एकाउंटेंट श्वेताभ तिवारी की हत्या का खुलासा हो गया है. पुलिस के मुताबिक श्वेताभ की हत्या, भाजपा नेता व पूर्व ब्लॉक प्रमुख ललित कौशिक ने कराई थी. पुलिस ने हत्या को अंजाम देने वाले दो शूटरों को गिरफ्तार कर पूरे मामले का खुलासा कर दिया है. पुलिस के मुताबिक इस हत्या कांड के दो आरोपी भाजपा नेता ललित कौशिक और खुशवन्त उर्फ़ भीम कुछ दिन पहले ही हत्या और अपहरण के दूसरे मामलो में जेल जा चुके हैं और मुरादाबाद जेल में बंद हैं.
पुलिस ने कहा कि श्वेताभ तिवारी के पास करोडों की संपत्ति थी, जिसे कब्जाने के इरादे से बीजेपी नेता समेत चार आरोपियों ने इस वारदात को अंजाम दिया था. ये लोग अपराधिक प्रवृत्ति के हैं और इससे पहले 2022 में भी इन लोगों ने आरोपी ललित कौशिक के साथ मिलकर स्पोर्ट्स कारोबारी कुशांक गुप्ता की हत्या की थी. दोनों हत्याएं एक ही शूटर ने की थी और दोनों घटनाओ में हत्या का तरीका भी एक जैसा था इसलिए पुलिस की पकड़ में यह गैंग आ गया.
सीएम श्वेताभ की हत्या का खुलासा
दरअसल 15 फरवरी की रात करीब साढ़े नौ बजे मुरादाबाद के थाना मझोला इलाके के दिल्ली रोड पर बंसल कंपलेक्स की पार्किंग में दो शातिर अज्ञात बदमाशों ने शहर के प्रसिद्ध चार्टर्ड अकाउंटेंट श्वेताभ तिवारी को गोली मारकर हत्या कर दी थी और फरार हो गए थे. गोली की आवाज सुनकर श्वेताभ तिवारी के पार्टनर अखिलेश रस्तोगी ने शोर मचा कर लोगों को जमा किया. जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए पास के अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई थी. इस हत्याकांड के बाद पूरे शहर में हड़कंप मच गया था.
संपत्ति कब्जाने के लिए की गई हत्या
हत्या के बाद बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी समेत बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता ज़फर इस्लाम भी श्वेताभ तिवारी के परिवार से मिले थे और जल्द ही हत्यारों की गिरफ्तारी का आश्वासन दिया था. मुरादाबाद पुलिस ने हत्या के 45 दिन बाद इस पूरे हत्याकांड का खुलासा किया है. मुरादाबाद के एसएसपी हेमराज मीणा ने बताया कि मृतक श्वेताभ तिवारी मशहूर चार्टर्ड अकाउंटेंट थे, उन्होंने अपने साले संदीप ओझा को अपनी कई कंपनियों में डायरेक्टर बना रखा था और उसके नाम पर करोड़ो रुपए की संपत्ति खरीद रखी थी. संदीप ओझा सीधे शरीफ व्यक्ति है.
पुलिस के मुताबिक संदीप ओझा की दोस्ती विकास से थी, उसे सारी बात पता थी कि संदीप ओझा अपने जीजा की करोड़ों की संपत्ति का मालिक है और वही उसकी देखभाल भी करता है. विकास ने भाजपा नेता ललित कौशिक और केशव सरन शर्मा से बात की और कहा कि श्वेताभ तिवारी ने अपने साले संदीप ओझा को अपनी करोड़ों रुपए की संपत्ति की जिम्मेदारी दे रखी है. अगर श्वेताभ तिवारी को रास्ते से हटा दिया जाए तो फिर संदीप ओझा पर दबाव बनाकर उस की करोड़ों की संपत्ति पर कब्जा किया जा सकता है.
ऐसे हुआ हत्या खुलासा
इस जानकारी के बाद इन लोगों ने केशव सरन शर्मा नाम के सुपारी किलर से बात कर हत्या की प्लानिग शुरू कर दी. केशव पहले भी भाजपा नेता ललित कौशिक के कहने पर स्पोर्ट्स कारोबारी कुशांक गुप्ता की हत्या कर चुका था. 15 फरवरी को प्लानिंग के तहत चार्टर्ड अकाउंटेंट श्वेताभ तिवारी की दफ्तर से बाहर निकलते ही गोली मारकर हत्या कर दी गई. पुलिस जब इस मामले की जांच पड़ताल कर रही थी तो इसी बीजेपी नेता को पुलिस ने एक भट्टा मजदूर के अपहरण और मारपीट के मामले में गिरफ्तार किया और फिर खुशवंत सिंह उर्फ भीम को पकड़ा.
पुलिस ने कारोबारी कुशांक गुप्ता के शूटर को पकड़ा तो पूछताछ में सीएम श्वेताभ तिवारी की हत्या में कई समानताएं मिली. शूटर से पूछताछ में पता चला कि केशव और विकास शर्मा ने मिलकर ही भाजपा नेता ललित कौशिक के कहने पर श्वेताभ तिवारी की हत्या करवाई थी. पुलिस ने इस मामले में बीजेपी नेता ललित कौशिक और सुपारी किलर केशव समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. इनके पास से एक पिस्टल 32 बोर, छ: जिंदा कारतूस 32 बोर, एक तमंचा 315 बोर, एक जिंदा कारतूस 315 बोर, एक मोबाइल फोन, एक मोटरसाइकिल, एक काला बैग बरामद किया है.
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