Moradabad Police: मुरादाबाद पुलिस ने एक ऐसे शातिर गैंग का खुलासा किया है, जो नई उम्र के ई-रिक्शा चालकों को किसी न किसी बहाने से जंगल में ले जाकर उनकी हत्या कर देते थे. जिसके बाद उनका ई-रिक्शा लूट कर फरार हो जाते थे. यह शातिर बदमाश रिक्शा चालकों का कत्ल सिर्फ ई-रिक्शा में लगी हुई 10 से 15 हज़ार रुपए कीमत की बैटरी के लालच में करते थे.
दरअसल, मुरादाबाद पुलिस काफी दिनों से जंगल में मिले अज्ञात शवों की गुत्थी सुलझाने का प्रयाश कर रही थी, लेकिन पुलिस के हाथ खाली थे. 7 सितंबर 2023 को मुरादाबाद की मुंडापांडे थाना पुलिस को उस वक्त कामयाबी मिली, जब ग्रामीणों ने उन्हें सूचना दी कि जंगल में एक कुएं में किसी व्यक्ति के करहाने की आवाज आ रही है. सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने कुएं में जाकर देखा तो खून से लथपथ एक व्यक्ति अंदर नज़र आया.
गैंग की गलती से हुआ खुलासा
पुलिस ने उस घायल व्यक्ति को बाहर निकालकर इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा. हालात में सुधार होने पर पुलिस पूछताछ के दौरान उस व्यक्ति ने बताया है कि वो ई-रिक्शा चलाता है. उसे दिल्ली-लखनऊ हाईवे पर खीरा-ककड़ी बेचने वाले दानिश ने खेत में से खीरे भरकर लाने के लिए बुक किया था, दानिश उसे बहाने से मुंडापांडे के पास जंगल में ले गया और फिर अचानक उसके साथी वहां आ गए. उसने उसे चाकू से गोद दिया और उसे मरा हुआ जानकर कुएं में डाल दिया और ई रिक्शा लेकर फरार हो गया.
पुलिस ने ई-रिक्शा चालक की पहचान को छुपाते हुए उसकी निशानदेही पर दानिश को गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू कर दी. पुलिस की पूछताछ में दानिश ने इससे पहले भी इस तरह की अन्य की गई घटनाओं को भी कबूल किया. दानिश ने पुलिस को बताया कि वो ई-रिक्शा चालक की हत्या कर, उनके ई-रिक्शा लूटकर उसमें लगी हुई बैटरी निकाल लेता था. जिसे वह थाना मुगलपुरा इलाके के प्रिंस रोड पर सलाउद्दीन को बेच देते थे.
शातिर गिरोह का पर्दाफाश
पुलिस ने दानिश के साथ-साथ लूट में शामिल खूब सिंह को भी गिरफ्तार किया है. दानिश के मुताबिक सभी घटनाओं में उसका साथ खूब सिंह भी देता था. दानिश ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि उसका बड़ा भाई बन्ने भी उसी के साथ इसी तरह की घटनाओं को अंजाम देता था, फिलहाल कुछ दिन पहले थाना कटघर पुलिस ने बन्ने को सरिया चोरी के एक दूसरे आरोप में जेल भेजा है.
एसएसपी हेमराज मीणा ने मीडिया से बातचीत में बताया कि थाना मुंडापांडे में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. जिन्होंने ई-रिक्शा चालक को मारकर कुएं में डाल दिया था, उसकी दो दिन बाद बरामदगी हुई. जिसका इलाज कराया गया. इससे पहले भी इस तरह की दो घटनाएं हुए थी, जिनमें सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था.
ई-रिक्शा चालकों को टारगेट करता था आरोपी
उन्होंने बताया कि आरोपी अक्सर नई उम्र के ई-रिक्शा चालकों को टारगेट कर उनको किसी बहाने से रोड से दूर ले जाकर उन्हें मौत के घाट उतार, उनकी ई-रिश्का से बैटरी को निकाल बेच देते थे. पुलिस ने बताया कि आरोपी शख्स दानिश टोल प्लाजा के बगल में खीरे बेचने का काम करता है. वह अक्सर ई-रिक्शा चालकों को खीरे लादने के नाम पर खेतों में ले जाता था, और फिर पीछे से उनकी गर्दन को पकड़कर रेत दिया करता था.
यह भी पढ़ें-