Moradabad News: उत्तर प्रदेश की मुरादाबाद पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस ने नवजात बच्चों की तस्करी करने वाले गैंग की चार महिलाओं और दो पुरुष सदस्यों सहित 6 अपराधियों को गिरफ्तार किया है. उनके कब्जे से बिक्री के लिए ले जाई जा रही 5 दिन की एक मासूम बच्ची को भी बरामद किया गया है. यह गैंग गरीब परिवार को अपना निशाना बनाया करता था.
जानकारी के अनुसार गैंग के लोग गरीब परिवारों से उनका बच्चा गोद लेने के बहाने चंद रुपयों में उसे ले लिया करता था और फिर उस बच्चों को नि:संतान दंपतियों को लाखों रुपए में बेच देता था. पुलिस को मासूम बच्चों की खरीद फरोख्त करने वाले गैंग की सूचना मिली तो पुलिस ने इस गैंग के 6 सदस्यों को एक बच्चे सहित गिरफ्तार कर लिया. मामला मुरादाबाद के मैनाठेर थाना इलाके का बताया जा रहा है.
एक नवजात बच्ची हुई बरामद
मुरादाबाद पुलिस ने बच्चों की तस्करी करने वाले गैंग को पकड़कर एक नवजात बच्ची को बरामद किया है. गैंग में 4 महिलाएं और दो पुरुष शामिल हैं. ये गैंग एक नवजात बच्ची को दिल्ली के एक दंपती को बेचने जा रहा था. इसका सौदा तीन लाख रुपए में हुआ था. गैंग ने इस बच्ची को मुरादाबाद के बिलारी थाना क्षेत्र से एक गरीब दंपती से गोद लिया था. बच्ची के परिजनों को 30 हजार रुपए दिए जाने की बात भी सामने आई है.
निसंतान कपल्स को बच्चे बेचता था गैंग
मुरादाबाद के एसएसपी हेमराज मीणा ने 4 दिन पहले ही ह्यूमन ट्रैफिकिंग रोकने के लिए विशेष टीम का गठन किया था. एसएसपी हेमराज मीणा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बच्चा तस्कर गैंग के पकड़े जाने का खुलासा किया. एसएसपी ने बताया की एक नवजात बच्चे को बिलारी क्षेत्र से चोरी किए जाने की सूचना के बाद पुलिस टीम सक्रिय हुई थी. पूछताछ में गैंग ने आगरा और कलकत्ता में भी बच्चा बेचे जाने की जानकारी दी है. गैंग बच्चा चोरी करके उसे निसंतान कपल्स को बेचता था.
गरीब दंपति को बनाता था निशाना
पुलिस जानकारी के अनुसार पकड़े गए गैंग के सदस्यों का कहना है कि उन्होंने पहली बार किसी बच्चे का सौदा किया था और वह पकड़े गए. वहीं बच्ची के माता-पिता का कहना है कि अस्पताल में डिलीवरी के समय नर्स ने उनसे कहा था कि उसकी बहन के 8 साल से कोई बच्चा नहीं है, इसलिए वह अपनी बच्ची को उनकी बहन को गोद दे दे, वह इसका लालन-पालन अच्छे से कर लेगी.
गोद लेकर लाखों में किया सौदा
गरीब दंपति के पहले से तीन बेटियां थी और यह चौथी बेटी पैदा हुई थी, इसलिए गरीब माता-पिता ने इस बच्ची को नर्स के कहने पर गोद दे दिया था, लेकिन उन्हें नहीं मालूम था की बच्ची का सौदा लाखों रुपए में कहीं आगे कर दिया गया है. पुलिस के मुताबिक इस गैंग की महिला सदस्य इलाके में घूम कर ऐसे गरीब परिवारों की गर्भवती महिलाओं पर नजर रखती थी. जिनके पहले से कई बच्चे हों और उनकी आर्थिक स्थिति कमजोर हो.
कोख में पलते समय ही कर लेते थे बच्चे का सौदा
गैंग की महिलाएं ऐसी गरीब गर्भवती महिला मिलने पर उससे कोख में पल रहे बच्चों को गोद लेने का मोलभाव पहले ही कर लेती थी और बच्चे की डिलीवरी किसी प्राइवेट अस्पताल में करवाने के तुरंत बाद बच्चे को लेकर फरार हो जाती थी. फिर उस बच्चों को महंगे दामों में किसी नि:संतान दंपतियों को बेच दिया जाता था. पुलिस के मुताबिक इस बच्ची को गैंग के सदस्यों ने 30 हजार रुपये में गरीब परिवार से गोद ले लिया था और फिर उसका सौदा दिल्ली में एक परिवार से ढाई लाख रुपए में कर लिया था. पुलिस ने इस गैंग के पास से बच्ची और 30 हजार रुपये बरामद किए हैं. पकड़े गए आरोपियों के नाम यूनुस, गौरव, शबनम, गीता, नीतू और शाजिया हैं.