Moradabad: पीटी टीचर ने काट दिए बच्चों के बाल, परिजनों ने स्कूल प्रशासन पर लगाए गंभीर आरोप
Moradabad School Protest: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में एक स्कूल से हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां बच्चों की मर्जी के बिना स्कूल ने उनका रंग-रूप ही बदल दिया.
Moradabad News: मुरादाबाद (Moradabad) जिले के एक स्कूल छात्रों ने पीटी टीचर (PT Teacher) पर आरोप लगाया है कि बिना उनकी इजाजत के जबरन उनके बाल पर ट्रीमर (Trimmer) लगाकर छोटे कर दिए गए. उन्होंने स्कूल प्रशासन पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं. इन छात्रों ने अपने परिजनों के साथ जिला विद्यालय निरीक्षक के ऑफिस (District School Inspector Office) के बाहर प्रदर्शन किया और टीचर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. इस मामले में स्कूल प्रशासन का कहना है कि एडमिशन फॉर्म में टर्म एंड कंडीशन मौजूद है. जिस पर छात्रों के परिजनों से उस पर हस्ताक्षर कराए जाते हैं. अब उन्हीं नियमों का हवाला देते हुए स्कूल प्रशासन ने बाल काटने की बात को सही ठहराया है.
मुरादाबाद के थाना मझोला इलाके के काशीराम नगर में स्थित निजी इंग्लिश मीडियम स्कूल सेंट मीरा अकैडमी के पीटी टीचर इसरार पर आरोप हैं कि उन्होंने स्कूल में पढ़ने वाले कई छात्रों के बालों को उनकी बिना अनुमति के ट्रिमर से काट दिए हैं. बाल कटने के बाद छात्रों ने अपने परिजनों को यह बात बताई. परिजनों ने स्कूल के खिलाफ मुरादाबाद पुलिस से शिकायत की है और मुरादाबाद के ही डीआईओएस कार्यालय पहुंचकर. स्कूल के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
बच्चों के माता-पिता को भेजी गई थी नोटिस - स्कूल
वहीं, सेंट मीरा अकैडमी की संचालिका अक्षरी सिंह का कहना है कि उनके स्कूल का एक नियम है कि बच्चों को साफ यूनिफार्म पहन कर आना है, उनके नाख़ून कटे हुए होने चाहिए और बाल भी छोटे-छोटे होने चाहिए, लेकिन कुछ बच्चे बार-बार नोटिस देने के बाद भी बाल नहीं कटा रहे थे और जिन बच्चों के बाल काटे गए हैं उनके परिजनों को भी तीन बार नोटिस दिया गया था. उन्होंने जब नोटिस पर कोई संज्ञान नहीं लिया तो स्कूल ने नियमों के मुताबिक बच्चों के ट्रिमर से बाल काट दिए. स्कूल संचालिका के मुताबिक उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है. स्कूल में एडमिशन के वक्त ही छात्र और उनके परिजनों से हस्ताक्षर करा लिए जाते हैं कि स्कूल के जो भी नियम है उसका वो पालन करेंगे.
ज़िला विद्यालय निरीक्षक अरुण दुबे का कहना है कि सेंट मीरा स्कूल के कुछ बच्चे और उनके अभिभावक आए थे. उनकी शिकायत है कि अभिभावकों की सहमति के बिना बच्चों के बाल स्कूल के द्वारा कटा दिए गए हैं. मामले में स्कूल का पक्ष जानकर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
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