UP Politics: मुरादाबाद दंगों की रिपोर्ट सार्वजनिक करने के फैसले पर भड़के शफीकुर्रहमान बर्क, कहा- 'गुजरात दंगे...'
Moradabad Idgah Clash: सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने कहा कि बीजेपी सरकार को बने हुए 9 साल हो गए हैं. पीएम मोदी अपनी सरकार के काम पर बीजेपी सरकार में हुए दंगे फसाद की रिपोर्ट दें तब पता चलेगा.
Shafiqur Rahman Barq News: यूपी की योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) सरकार ने मुरादाबाद (Moradabad Riots) में 1980 में हुए दंगों की रिपोर्ट को सार्वजनिक करने का फैसला है, जिस पर सपा सांसद डॉ शफीकुर्रहमान बर्क (Shafiqur Rahman Barq) ने नाराजगी जाहिर की है. उन्होंने कहा कि आखिर इस झगड़े को टेबल पर लाने की जरूरत क्या है. गुजरात (Gujrat) में बीजेपी (BJP) ने दंगे करवाए थे, उसकी रिपोर्ट को आज तक क्यों नहीं रखा गया. सपा सांसद ने बीजेपी पर भड़ास निकालते हुए कहा कि मुरादाबाद के ईदगाह में हुआ झगड़ा बीजेपी ने कराया था. बीजेपी की हमेशा से नफरत की पॉलिसी रही है. बीजेपी 2024 के लोकसभा चुनाव को देखते हुए ऐसी रहकतें कर रही है पूरी आवाम अब बीजेपी के खिलाफ है.
सम्भल लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी के सांसद डॉ शफीकुर्रहमान बर्क ने केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि जिस वक्त नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे तब गुजरात में मुसलमानों का खूब कत्लेआम हुआ था. बीजेपी सरकार में लगातार दंगे फसाद हुए हैं, आखिर मोदी इन सब का जवाब क्यों नहीं देते, लेकिन बेवजह की बातें की जा रही हैं. पुरानी बातों को उखाड़ कर भारतीय जनता पार्टी नफरत फैला रही है. हिंदू-मुस्लिम का राग बीजेपी के लोगों ने अलाप रखा है. 2024 के लोकसभा चुनाव नजदीक है, ऐसे में बीजेपी के लोग इसी तरह की बातें कर रहे हैं.
सपा सांसद ने बीजेपी पर लगाए आरोप
सपा सांसद ने कहा कि बीजेपी सरकार को बने हुए 9 साल हो गए हैं. पीएम मोदी अपनी सरकार के काम पर बीजेपी सरकार में हुए दंगे फसाद की रिपोर्ट दे तब इन्हें पता चलेगा. उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान की आवाम अब बीजेपी के खिलाफ है, महंगाई आसमान से बातें कर रही है. आम आदमी को रोटी नसीब नहीं हो रही है, लेकिन बीजेपी 2024 के लोकसभा चुनाव को देखते हुए इस तरह की बातें कर रही है.
आपके बता दें कि 3 अगस्त 1980 को मुरादबाद के ईदगाह में हिंसा भड़की थी, 20 नवंबर 1983 को जस्टिस सक्सेना ने इन दंगों की जांच रिपोर्ट सौंप दी थी. इन 40 सालों में कई सरकारें आई, लेकिन ये रिपोर्ट कभी सार्वजनिक नहीं की गई. मुरादाबाद दंगे के पीड़ित इतने सालों से न्याय और मुआवजे की मांग के लेकर दर-दर भटकते रहे. योगी सरकार ने अब जस्टिस सक्सेना आयोग की रिपोर्ट को विधानसभा में पेश करने का फैसला लिया है.
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