मुरादाबाद, एबीपी गंगा। देश की राजधानी दिल्ली में हुई हिंसा के बाद भी नेता अपनी विवादित बयानबाजी से बाज नहीं आ रहे हैं। इस विवादित बयानबाजी की लिस्ट में अब सपा सांसद डॉ. एस.टी हसन का भी शामिल हो गया है, जो मुरादाबद के ईदगाह मैदान में सीएए के विरोध में चल रहे प्रदर्शन के दौरान भड़काऊ बयानबाजी करते दिखे।


"सिविल कोड"  को लेकर लोगों को डराया


उन्होंने लोगों को सीएए और एनआरसी के बाद एक नए मुद्दे यानी "सिविल कोड" के नाम पर धरना दे रहे लोगों को इसके नुकसान के बारे में समझाया। सपा सांसद ने कहा कि अभी पिछले दिनों संसद के सत्र में एक अफवाह हमारे पास भी आई थी,  कि 11 तारीख में बीजेपी सरकार सिविल कोड ला रही है। बीजेपी की तरफ से व्हिप जारी हो गया था। हमारे कुछ सांसदों ने मुझे बताया था कि बीजेपी ने सभी सांसदों को हाजिर होने के लिए कह दिया था और राज्यसभा में सिविल कोड आ रहा है। ये सुन कर मेरा दिल कांप गया था, क्योंकि सिविल कोड हमारे ईमान से जुड़ा हुआ है, लेकिन उसी दिन दिल्ली विधानसभा के नतीजे आ गए, इसलिए ऊपर वाले ने सुन ली।


सरकार को दी चेतावनी


इस दौरान उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि मैं सरकार को इस मंच से आगाह करना चाहता हूं, कि कॉमन सिविल कोड हिंदुस्तान में बड़ी बैचेनी पैदा कर देगा, जिसका आपको अंदाजा भी नहीं होगा। इस आग से खेलना बंद करिये, मैं आपके सामने कहना चाहता हूं कि ऐसे काम करने वाले बड़े देशद्रोही हैं, जो आप लोगों को बांटने में लगे हैं। आने वाला वक्त बहुत मुश्किल होने जा रहा है, इसलिए आप लोग अपना ये धरना जारी रखें।


अल्पसंख्यकों को भड़काते दिखे


सपा सांसद इतने भर से ही नहीं रुके, उन्होंने आगे कहा कि देश की शांति की खातिर 370 पर हम कुछ नहीं बोले, देश की शांति की खातिर बाबरी मस्जिद फैसले पर कुछ नहीं बोले। इस दौरान वे अल्पसंख्यकों को भड़काते दिखाई दिए। उन्होंने कहा कि जब भी ये कौम खड़ी हो जाती है, इंकलाब लाती है। उन्होंने कहा कि अब हमारे वजूद का सवाल आ गया है, तो हम लोग सड़कों पर आ गए हैं। सपा सांसद ने मंच से आधे घंटे तक मोदी और अमित शाह का नाम लिए बिना ही जमकर भड़ास निकाली और धरना स्थल पर बैठी सैकड़ों लोगो की भीड़ को अपना धरना जारी रखने के लिये कहा।


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